पुलिस के रडार पर 35 फरार शिक्षक

एसपी क्राइम ने दिए स्वाट और एसओजी को गिरफ्तारी के निर्देश फर्जी तरीके से बेसिक शिक्षा परिषद में पाई थी नियुक्ति

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 05:37 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 05:37 AM (IST)
पुलिस के रडार पर 35 फरार शिक्षक
पुलिस के रडार पर 35 फरार शिक्षक

जासं, मथुरा: फर्जी तरीके से बेसिक शिक्षा परिषद में नौकरी पाने वाले 35 शिक्षक पुलिस के रडार पर आ गए हैं। ये सभी कथित शिक्षक फरार हैं।

वर्ष 2016-17 में शिक्षक भर्ती हुई थी। मई 2018 में प्रदेश सरकार ने शिक्षक भर्ती में फर्जी तरीके से नियुक्ति किए जाने की जानकारी पर जांच कराई थी। विशेष जांच दल (एसआइटी) ने जिले में 110 ऐसे शिक्षक चिह्नित किए थे। ये कथित शिक्षक जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान और गणित के थे। जांच में एसआइटी ने पाया था कि इन कथित शिक्षकों ने तो नौकरी के लिए आवेदन तक नहीं किया था। जांच के बाद चिह्नित शिक्षकों में से कई की गिरफ्तारी हो गई थी, कुछ कोर्ट से स्टे ले आए थे। शेष 35 कथित शिक्षक अब तक फरार हैं।

एसपी क्राइम राधेश्याम राय के निर्देश पर स्वाट प्रभारी एसआर गौतम और एसओजी प्रभारी धीरज गौतम ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया है। एसपी क्राइम ने बताया कि फरार चल रहे आरोपित शिक्षकों की गिरफ्तारी को पुलिस टीम को लगाया गया है। कई शिक्षक तो एक ही गांव के

विशेष जांच दल की जांच में यह भी सामने आया था कि महावन तहसील के गांव कारब में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शिक्षक की नियुक्ति किए जाने की साजिश रची गई थी। कूटरचित दस्तावेज से बनाए जाने वाले शिक्षक से 8 से 15 लाख रुपये तक की रकम वसूली गई थी। जांच में इस गांव के दो दर्जन कथित शिक्षक पाए गए थे। शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड ने अपनी पत्नी, छोटे भाई, बहन, बहनोई, मौसी के पुत्र समेत कई रिश्तेदारों को भी बिना आवेदन ही शिक्षक के नियुक्ति पत्र थमा दिए थे।

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