महाविद्या कालोनी में झुलसे दंपती के मामले में पुलिस ने लगाई एफआर

दंपती ने पुलिस पर लगाया था बेटे से जबरन बयान लेने का आरोप

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:58 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 06:58 AM (IST)
महाविद्या कालोनी में झुलसे दंपती के 
मामले में पुलिस ने लगाई एफआर
महाविद्या कालोनी में झुलसे दंपती के मामले में पुलिस ने लगाई एफआर

जागरण संवाददाता, मथुरा: महाविद्या कालोनी में बंद कमरे में झुलसे चौरसिया दंपती के मामले में गोविद नगर पुलिस ने एफआर लगाकर मुकदमा खारिज कर दिया है। दंपती ने पुलिस पर भी अपने बेटे से जबरन बयान लिए जाने का आरोप लगाया था। युवती ने भी प्रेमी पर अपने माता-पिता को जलाने का शक जाहिर किया था। इधर, साजिश का आरोप लगाने वाली पुलिस ने भी दंपती को क्लीनचिट दे दी।

थाना गोविद नगर की महाविद्या कालोनी में 25 अक्टूबर की रात को संजीत कुमार चौरसिया और उनकी पत्नी भगवती चौरसिया झुलस गए थे। दोनों अपने कमरे में सो रहे थे और बाहर से ताला लगा हुआ था। दंपती ने अपनी ही पुत्री के प्रेमी निखिल पर आग लगाने का शक जाहिर किया था और युवती ने उसके खिलाफ तहरीर भी दी थी। घटना के समय आरोपित की लोकेशन चंडीगढ़ में मिलने का दावा पुलिस ने किया था। इसलिए पुलिस ने निखिल को पहले दिन ही क्लीनचिट दे दी थी। दंपती के पुत्र विनोद ने पुलिस को बयान दिया था कि उसके माता-पिता ने ही बहन के प्रेमी को फंसाने के लिए खुद आग लगाई थी। दंपती ने खुद कमरे में आग लगाने से इंकार करते हुए कहा था कि उसके पुत्र से पुलिस ने जबरन बयान लिए हैं। इंस्पेक्टर गोविद नगर अजय कुमार ने बताया, दंपती के झुलसने के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा कर मुकदमा को खारिज कर दिया गया है। ये सवाल रह गए अधूरे

- पुलिस ने जब दंपती पर अपनी पुत्री के प्रेमी के फंसाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया तो उस मामले में गोविद नगर पुलिस ने साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?

--साजिश रचने का यह कोई नया मामला नहीं था। इससे पहले भी कई मामले ऐसे हुए थे, जिनमें दूसरे को फंसाने के लिए लोगों ने साजिश रची। उसका पुलिस ने भंडाफोड़ किया और साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज गया तो फिर इस मामले पुलिस के सामने ऐसी क्या मजबूरी रही, जिसमें दंपती को क्लीनचिट देनी पड़ी?

---दंपती बार-बार कह रहे थे, उन्होंने आग नहीं लगाई नहीं है। कोई खुद आग लगाकर क्यों मरना चाहेगा, जब उनको अपनी बेटी के उठाए गए कदम से कोई एतराज नहीं था।

-- युवती ने कहा था, युवक ने उसके घर आकर मरने की धमकी दी थी। उनकी अन्य किसी से कोई रंजिश भी नहीं है तो फिर वह इस मामले में किसके ऊपर शक जाहिर करे।

--युवती ने पुलिस के बयान को यह कहते हुए जिला अस्पताल में खारिज किया था, ऐसा कौन इंसान होगा, जो खुद आग भी लगा ले और बाहर से कमरे का ताला भी लगा ले।

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