तीन माह में हर पंचायत में तैनात होंगे पंचायत सहायक
सूबे में पहली बार पंचायत स्तर पर होगी यह व्यवस्थागांव की धरोहर का रखरखाव और योजनाओं का दिलाएंगे लाभ
चंद्रशेखर दीक्षित, मथुरा: ग्राम पंचायत भवन को गांव सचिवालय बनाने की शासन की मंशा पर काम शुरू हो गया है। अगले तीन माह में हर गांव पंचायत में पंचायत सहायक तैनात किए जाने हैं। इनका काम प्रधान, सचिव और अधिकारियों के बीच संपर्क कड़ी का होगा। इनका काम गांव की धरोहर को सहेजने और विकास कामों की निगरानी का होगा।
शासन स्तर पर पिछले सप्ताह हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में पंचायत भवन को ग्राम सचिवालय का रूप देने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। यहां ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी समेत पंचायत से संबंधित सभी अधिकारी और कर्मचारियों के बैठने के इंतजाम किए जाएंगे। सचिवालय में एक पंचायत सहायक तैनात किया जाएगा। पंचायत की धरोहर की मरम्मत से लेकर पुताई तक के कार्य को समय-समय पर पंचायत सहायक की मौजूदगी में किया जाएगा। जन्म और मृत्यु का मिलेगा प्रमाण पत्र: सचिवालय बनने के बाद पंचायत के लोगों को जन्म, मृत्यु जाति और आय प्रमाण पत्र के आवेदन यहीं करने होंगे। प्रमाण पत्र समय पर मिले, यह जिम्मेदारी पंचायत सहायक की होगी। सरकारी योजनाओं का लाभ लेने को भी आवेदन पंचायत सहायक के माध्यम से किया जा सकेगा। प्रधान बदलने पर होती है परेशानी:
पंचायतों में यह आम परंपरा रही है कि ग्राम प्रधान बदलने पर नया प्रधान पुराने के माध्यम से कराए गए कार्यों की मरम्मत नहीं कराते हैं। इससे ओवरहेड टैंक, ट्यूबवेल आदि बेकार हो जाते हैं। इन सब कामों की जिम्मेदारी पंचायत सहायक की होगी। पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय बनाए जाने के लिए कहा गया है। यहां पंचायत सहायक की तैनाती होगी। जहां पंचायत भवन का निर्माण नहीं हुआ है या फिर पंचायत भवन मानक से छोटा है, वहां पर आगामी दो माह में पंचायत भवन मानकों के अनुसार तैयार कराना जाएगा।
- डा. प्रीतम सिंह, डीपीआरओ