वापसी के डेढ़ माह बाद युवक संक्रमित, 14 लोग क्वारंटाइन

संवाद सूत्र मथुरा कोसीकलां के गांव कादौना निवासी प्रवासी मजदूर के घर वापसी के डेढ़ माह बाद संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। युवक ने तेलंगाना से आने के बाद 14 दिन तक होम क्वारंटाइन का समय भी पूरा किया था। अचानक 25 मई को तबीयत खराब हो गई थी तब झोलाछाप से इलाज कराया था। तभी बुखार खांसी होने पर युवक तथा उसकी पत्नी का सैंपल बरसाना सीएचसी पर लिया गया जिसमें युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम कादौना गांव पहुंची। इसके बाद टीम ने सबसे पहले युवक के घर को सैनिटाइज कराया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 12:08 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 12:08 AM (IST)
वापसी के डेढ़ माह बाद युवक  संक्रमित, 14 लोग क्वारंटाइन
वापसी के डेढ़ माह बाद युवक संक्रमित, 14 लोग क्वारंटाइन

संवाद सूत्र, मथुरा : कोसीकलां के गांव कादौना निवासी प्रवासी मजदूर के घर वापसी के डेढ़ माह बाद संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। युवक ने तेलंगाना से आने के बाद 14 दिन तक होम क्वारंटाइन का समय भी पूरा किया था। अचानक 25 मई को तबीयत खराब हो गई थी, तब झोलाछाप से इलाज कराया था। तभी बुखार, खांसी होने पर युवक तथा उसकी पत्नी का सैंपल बरसाना सीएचसी पर लिया गया, जिसमें युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जबकि पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम कादौना गांव पहुंची। इसके बाद टीम ने सबसे पहले युवक के घर को सैनिटाइज कराया। इसके बाद मामले की पड़ताल शुरू की।

इससे हर कोई इसलिए हैरान था, क्योंकि युवक 11 अप्रैल को तेलंगाना से आया था। इसके बाद 14 दिन तक अपने ही घर में होम क्वारंटाइन रहा। इसके बाद 30 मई की रात युवक के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि होने पर लोगों में खौफ बैठ गया। गांव को सील कर दिया गया है। युवक की पत्नी, बच्चों सहित 14 लोगों को वृंदावन के कृष्णा कुटीर में क्वारंटाइन कर दिया गया है। जिम्मेदारों का कहना है कि सोमवार से गांव का सर्वे शुरू होगा।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. जीपी सिंह ने बताया कि युवक झोलाछाप के साथ कोसीकलां के निजी नर्सिंग होम में उपचार करा चुका है। अब ये सर्वे में साफ होगा कि कितने लोग इस युवक के संपर्क में रहे। पहले भी खराब हुई थी तबीयत

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि युवक जब तेलंगाना से आया था, तब उसकी तबीयत खराब थी, लेकिन उस दौरान दवा लेने की वजह से बुखार ठीक हो गया था। क्वारंटाइन के बाद भी सर्दी, खांसी की परेशानी हुई। फिर युवक ने झोलाछाप से दवा ली, जिससे वह फिर से ठीक हो गया। 25 मई को जब तबीयत ज्यादा खराब हुई, उसके बाद निगरानी समिति के माध्यम से युवक सीएचसी पर पहुंचा। यहां दंपती का सैंपल लिया गया। इसके बाद संक्रमण का पता चला। स्वास्थ्य टीम यह भी पड़ताल कर रही है कि कहीं गांव में कोई सब्जी, फल विक्रेता तो पॉजिटिव नहीं पहुंच गया है, जिसके संपर्क में आने पर युवक संक्रमित हुआ हो। ------------------- भरतपुर में मिला है कोरोना

पॉजिटिव, परिवार मथुरा में फोटो एमटीएच-115

विडंबना

स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची घर, 20 से अधिक की हुई थर्मल स्क्रीनिग

पत्नी सहित चार लोगों का लिया गया सैंपल, फिलहाल जांच को भेजा है संवाद सूत्र, सौंख : स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना का संक्रमण तो कंट्रोल में कर लिया, लेकिन दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोग जिले में कोरोना का संक्रमण बांट रहे हैं। इसकी बानगी सौंख कस्बा क्षेत्र गांव लोरिहापट्टी में देखने को मिली। यहां भरतपुर के रूपवास निवासी एक युवक पत्नी के साथ अपनी ससुराल लोरिहापट्टी आया था, जिसका सैंपल जांच में पॉजिटिव आया है। इसकी खबर मिलने के बाद गांव के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी मच गई। गांव में गोवर्धन के सीएचसी प्रभारी अपनी टीम के साथ पहुंचे। ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिग कराई, जबकि संक्रमित युवक की पत्नी, बेटा सहित चार लोगों के सैंपल लिए गए।

करीब दस दिन पहले सौंख के लोरिहापट्टी में राजस्थान के रूपवास निवासी एक युवक अपनी ससुराल आया था। तब से युवक की पत्नी व बच्चा अपनी ननिहाल में रह रहा था। रविवार सुबह युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसकी जानकारी भरतपुर जिला प्रशासन ने मथुरा प्रशासन को दी। इसके बाद सीएचसी गोवर्धन के प्रभारी डॉ. रूपेंद्र चाहर अपनी टीम के साथ लोरिहापट्टी गांव पहुंचे। उन्होंने युवक की ससुराल के साथ करीब बीस आस-पड़ोस के लोगों की थर्मल स्क्रीनिग की। घर को सैनिटाइज किया गया। युवक की सास, ससुर, पत्नी, बेटा को क्वारंटाइन किया गया है। सभी के सैंपल लेकर जांच को भेजे गए हैं।

27 मई को गुरुग्राम से आया

था बाजना निवासी मजदूर

संस, मथुरा : बाजना निवासी प्रवासी मजदूर 27 मई को हरियाणा के गुरुग्राम से आया था। इसकी जानकारी होने पर सीएचसी प्रभारी नौहझील डॉ. अरविद चौधरी ने रैंडम सैंपलिग कराई। इसकी रिपोर्ट 30 मई की रात को आने पर मजदूर के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद रविवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम मजदूर के घर पहुंची और उसके चार बच्चों सहित पत्नी को क्वारंटाइन कर लिया गया। जिन दुकानदारों से राशन, सब्जी, दूध खरीदा था। उनको सील करा दिया गया है। सभी की स्क्रीनिग शुरू कर दी गई है। संदिग्ध मिलने वाले लोगों का सैंपल सोमवार को लिया जाएगा।

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