भिदौनी में वृद्धा की मौत, 36 मिले डेंगू मरीज

जागरण टीम मथुरा जिले में बुखार और डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों म

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 05:19 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 05:19 AM (IST)
भिदौनी में वृद्धा की मौत, 36 मिले डेंगू मरीज
भिदौनी में वृद्धा की मौत, 36 मिले डेंगू मरीज

जागरण टीम, मथुरा: जिले में बुखार और डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार लोग बुखार के शिकार हो रहे हैं। रविवार को नौहझील सीएचसी क्षेत्र के भिदौनी गांव में जहां वृद्धा की मौत हो गई। वहीं 36 नए डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी मच गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य अधिकारी कैंप लगाकर दवा का वितरण कर रहे हैं। साथ ही लोगों को अधिक से अधिक पानी पीने के लिए जागरूक कर रहे हैं।

रविवार को नौहझील ब्लाक के गांव भिदौनी में वृद्धा रामो देवी (65) पत्नी करुटी सिंह की मौत हो गई। स्वजन ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। गांव भिदौनी में बुखार से यह नौवीं मौत है। गांव में अभी बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा है। तमाम लोग गांव से लेकर शहर तक इलाज करा रहे हैं। सीएमओ डा. रचना गुप्ता का कहना है कि डेंगू के लिए दवा के साथ जागरूकता बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से परल पदार्थ का सेवन करने की अपील की है। पानी की कमी न होने दें। सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए है। वह झोलाछापों के चक्कर में न पड़े। उधर, नोडल अधिकारी डा. भूदेव ने बताया कि जिले में 36 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के मरीज शामिल हैं।

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झोलाछाप गिरा रहे मरीजों की प्लेटलेट्स

संवाद सूत्र, सुरीर: गांव-गांव इलाज की दुकान खोल कर बैठे झोलाछाप मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। इनके इलाज से तबीयत सुधरने के बजाय बिगड़ रही हैं। बुखार में स्टीरायड डोज देने से मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही हैं।

रविवार को सीएमओ डा. रचना गुप्ता ने पीएचसी सुरीर के निरीक्षण के दौरान बातचीत करते हुए कहा कि झोलाछाप बीमारी बढ़ा रहे हैं। ऐसे कई मामले उनके सामने आए हैं, जिनकी झोलाछाप के इलाज से तबीयत बिगड़ गई। जिससे उन्हें इलाज को शहरों की ओर दौड़ना पड़ा है। उनका कहना है कि प्लेटलेट्स गिरने पर कुछ चिकित्सक डेंगू का खौफ दिखा देते हैं। उन्होंने लोगों से कहा है कि बुखार आने पर घबराने की जरूरत नहीं है। नजदीकी सरकारी अस्पताल पर इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप व अनाधिकृत पैथोलाजी सेंटरों पर जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा।

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