एआरओ की लापरवाही, हारे प्रत्याशी को थमा दिया जीत का प्रमाण पत्र

बसपाइयों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे मांट विधायक तेवर देख अधिकारियों ने मानी गलतीवार्ड 31 के उम्मीदवारों को लेकर छह घंटे तक कलक्ट्रेट पर चलती रही गहमा-गहमी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:25 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:25 AM (IST)
एआरओ की लापरवाही, हारे प्रत्याशी 
को थमा दिया जीत का प्रमाण पत्र
एआरओ की लापरवाही, हारे प्रत्याशी को थमा दिया जीत का प्रमाण पत्र

जागरण संवाददाता, मथुरा: जिला पंचायत सदस्य के वार्ड नंबर 31 में एआरओ की लापरवाही की वजह से हारे हुए उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। इसकी जानकारी होने पर मांट विधायक श्याम सुंदर शर्मा बसपा नेताओं के साथ कलक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने तीसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी को प्रमाण पत्र दिए जाने पर नाराजगी जताई। विधायक के तेवर देख अधिकारियों ने गलती स्वीकारी। कहा कि एआरओ की गलती से प्रमाण पत्र जारी हुआ। करीब छह घंटे बाद बसपा समर्थित प्रत्याशी खेम सिंह जीत का प्रमाण पत्र जारी किया गया।

बुधवार को जिला पंचायत सदस्य पद पर विजयी हुए उम्मीदवार अपना-अपना प्रमाण पत्र लेने पहुंच रहे थे। तभी वार्ड नंबर 31 से विजयी हुई खेमसिंह को किसी ने बताया कि उनके स्थान पर प्रमाण पत्र मंगलवार रात करीब 2.30 बजे तीसरे नंबर पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार योगेश पचहरा को दे दिया गया है। इसकी जानकारी खेम सिंह ने मांट विधायक श्याम सुंदर शर्मा को दी। बसपा जिलाध्यक्ष हरेंद्र कुमार व अन्य बसपा नेताओं के साथ विधायक सुबह 11 बजे कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उन्होंने किस आधार पर तीसरे नंबर के उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया। बसपाइयों की भीड़ देख अधिकारी बैकफुट पर आ गए। जांच हुई तो पता चला कि एआरओ ने 34 बूथों की मतगणना के आधार पर ही तीसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र जारी कर दिया, जबकि वार्ड में 64 बूथ थे। सभी बूथों की गिनती में बसपा समर्थित प्रत्याशी खेम सिंह विजयी हुए थे। करीब छह घंटे की गहमा गहमी के बाद बसपा समर्थित खेम सिंह वार्ड नंबर 31 से विजयी हुए। उन्हें आरओ मनोज त्रिपाठी ने प्रमाण पत्र दिया। सत्तादल के लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों ने जानबूझकर हमको हराने की कोशिश की है। जब सभी को दिन में प्रमाण पत्र दिए जा रहे थे, तो ऐसी क्या स्थिति हो गई कि हारे हुए उम्मीदवार को रात में 2.30 बजे प्रमाण पत्र जारी करना पड़ा। हमारे साथ मांट विधायक न होते तो आज अधिकारी हमें कलक्ट्रेट में प्रवेश तक नहीं करने देते।

खेम सिंह, जिला पंचायत सदस्य - वार्ड 31 एआरओ के स्तर से गलती हुई है। उन्होंने 34 बूथों के आधार पर प्रमाण पत्र जारी कर दिया था, जिसमें सुधार कर लिया गया है। विजयी उम्मीदवार को प्रमाण पत्र जारी किया गया है।

मनोज त्रिपाठी, आरओ - जिला पंचायत छावनी में तब्दील रहा कलक्ट्रेट :

जब वार्ड 31 में गड़बड़ी करने की शिकायत पर बसपा समर्थित उम्मीदवार के समर्थक एकत्रित होने लगे। उस दौरान कलक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया गया। मांट विधायक ने साफ कहा कि अगर प्रशासनिक अधिकारियों ने सत्तादल के लोगों के दबाव में आकर गड़बड़ी करने की कोशिश की, तो ईंट से ईंट बजा दी जाएगी। शाम करीब साढ़े पांच बजे बसपा समर्थित उम्मीदवार खेम सिंह को जीत का प्रमाण पत्र देकर मामला शांत किया। तब तक कलक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील रहा।

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