धंस गए मार्गों का होगा अब दोबारा निर्माण
नगर आयुक्त को निरीक्षण में मिलीं कमियां छह तक दुरुस्त कराने के निर्देश
जागरण संवाददाता, मथुरा: सीवर लाइन बिछाने के बाद कराई गई इंटरलाकिग और सड़कों की मरम्मत का कार्य में ठेकेदारों ने मनमानी की। जिम्मेदार आंख बंदकर घटिया कार्य को भी बेहतरीन बताते रहे। सोमवार को नगर आयुक्त अनुनय झा ने इनका निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आ गई। अब दोबारा से इनको दुरुस्त कराया जाएगा। नगर आयुक्त ने छह अक्टूबर तक महाप्रबंधक जलकल को जल निगम की टीम के साथ संयुक्त सर्वे कर दुरुस्त कराने निर्देश दिए हैं।
दैनिक जागरण ने 'सरकार ! गलियां तो देखो, हर जगह धांधली' शीर्षक से गलियों की दुर्दशा को लेकर प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इस मामले को नगर आयुक्त अनुनय झा ने गंभीरता से लिया। वार्ड-33 क्षेत्र का नगर आयुक्त ने निरीक्षण किया तो सच्चाई सामने आ गई। सीवर लाइन डालने के बाद इंटरलाकिग और सड़कों की मरम्मत कराई गई थी, वह धंसी हुई मिली। ठेकेदारों ने कार्य गुणवत्ता और मानक के अनुसार नहीं किया। एक ही बारिश में इंटरलाकिग और गलियां धंस गई थीं। नगर आयुक्त ने बताया, उत्तर प्रदेश जल निगम ने सीवर लाइन बिछाई थी। कई जगह से मार्ग धंस गए हैं। महाप्रबंधक जल को जल निगम की टीम के साथ जिन-जिन स्थानों इंटरलाकिग और सड़क धंस गई हैं, वहां का संयुक्त सर्वे किया जाए। पुनर्निर्माण का कार्य छह अक्टूबर तक पूरा कराने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने यह भी कहा, अगर इस समय अवधि में कार्य को गुणवत्ता के साथ नहीं कराया गया तो संबंधित अवर अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की प्रस्तावित की जाए। नगर आयुक्त ने बताया, जय सिंह पुरा क्षेत्र से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई थीं। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक जलकल विजय नारायण, मुख्य अभियंता जितेन्द्र केन, सहायक अभियंता राधेश्याम, राजकुमार, सहायक अभियंता जलनिगम केपी सिंह, अवर अभियंता मुनिदेव, अवर अभियंता जल निगम वीरेंद्र पाल, क्षेत्रीय स्वच्छता निरीक्षक केके सिंह भी मौजूद रहे।