मौसम बदला, खांसी, जुकाम-बुखार का हमला तेज
मौसम के करवट लेते ही अब जिला व महिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों संख्या बढ़ने लगी है। सुबह से ही बच्चे व बुजुर्ग खांसी-जुकाम सर्दी व बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। यही कारण है कि सोमवार को 650 से अधिक व्यक्ति जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे थे। फिजीशियन व विशेषज्ञों ने मरीजों का उपचार करने के बाद उन्हें ठंड से बचाव के भी उपाय दिए।
संवाद सहयोगी, मथुरा : मौसम के करवट लेते ही अब जिला व महिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों संख्या बढ़ने लगी है। सुबह से ही बच्चे व बुजुर्ग खांसी-जुकाम, सर्दी व बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। यही कारण है कि सोमवार को 650 से अधिक व्यक्ति जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे थे। फिजीशियन व विशेषज्ञों ने मरीजों का उपचार करने के बाद उन्हें ठंड से बचाव के भी उपाय दिए।
दिन में गुनगुनी धूप के साथ हवा चलने से शाम होते ही तापमान में गिरावट देखी जा रही है। इससे बच्चों व बड़ों की सेहत पर असर पड़ रहा है। प्रतिदिन 30 से 40 फीसद मरीज वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम व खांसी के जिला अस्पताल में आ रहे हैं। सोमवार को जिला अस्पताल में करीब 650 मरीजों का पंजीकरण हुआ था। इसमें अधिकांश वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम व खांसी के मरीज शामिल रहे। यहां सुबह आठ बजने से पूर्व ही लोग पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लग गए थे, दोपहर दो बजे के बाद तक मरीज पहुंचते रहे।
वर्जन--
इन दिनों वायरस संक्रमण व ठंड लगने का खतरा अधिक रहता है। वर्तमान में भी सर्दी-जुकाम, छाती में जकड़न आदि के मरीज अधिक आ रहे हैं। इस मौसम में ठंड से बचाव करें, आइसक्रीम अथवा एलर्जी वाले खानपान से बचें। क्योंकि एलर्जी में शरीर के सभी हिस्सों में सूजन हो जाती है, जिससे संक्रमण तेजी से फैलता है। सुबह गुनगुनी धूप लेने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
डा. केके माथुर, बाल रोग विशेषज्ञ, महिला अस्पताल
सर्दी के मौसम में बच्चे को शरीर में जकड़न व ठंड अधिक लगने के कारण उचित परामर्श के लिए यहां आए हैं। खांसी-जुकाम खत्म नहीं हो रहा। काफी देर से लाइन में लगने के बाद अब नंबर आया है। डाक्टर ने आवश्यक उपाय बताएं हैं, कुछ दवा भी लिखी है। आराम न मिलने पर दोबारा आने की सलाह दी है।
रुख्साना, डीग गेट