मैली यमुना के शुद्धिकरण को ब्रजवासी चलाएंगे अभियान
धनतेरस की शाम को यमुना में दीपदान के साथ होगी अभियान की शुरुआत
संवाद सहयोगी, वृंदावन: यमुना में बढ़ता प्रदूषण और सरकारों की अनदेखी से खुद को ठगा महसूस कर रहे ब्रजवासी एक बार फिर यमुना शुद्धिकरण का बिगुल बजाने को तैयार नजर आ रहे हैं। मंगलवार को तीर्थपुरोहित, व्यापारी व सामाजिक संगठनों ने बैठक आयोजित कर यमुना शुद्धिकरण के लिए रणनीति तैयार की। यमुना शुद्धिकरण अभियान की शुरुआत धनतेरस को यमुना में दीपदान के साथ होगी।
पत्थरपुरा स्थित खेतावत भवन में मंगलवार को आयोजित यमुनाभक्तों की बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी कपिल देव उपाध्याय ने की। उन्होंने कहा कि यमुना का पानी इतना जहरीला हो चुका है कि पूरी पीढ़ी बर्बाद हो रही है। जहरीला पानी होने के कारण सब्जी और फल, अन्न की खेती पर प्रभाव पड़ रहा है। लोग अनेक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। वक्ताओं ने निर्णय लिया कि धनतेरस की शाम यमुना में दीपदान कर शुद्धिकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी। सरकार में बैठे लोग जब विपक्ष में थे, तो सत्ता में आने पर यमुना शुद्धिकरण का भरोसा देते रहे। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से ही यमुना शुद्धिकरण की उम्मीद हैं। यमुना शुद्धिकरण के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उदयन शर्मा, ताराचंद गोस्वामी, पवन शर्मा, लक्खा शर्मा, प्रवीन शर्मा, गोपाल शर्मा, कन्हैया शर्मा, श्याम चीनी, श्याम बिहारी, बृजेश शर्मा मौजूद रहे। पहले भी हो चुके यमुना शुद्धिकरण को आंदोलन
यमुना रक्षक दल की अगुवाई में 1 मार्च 2011 को संगम से यमुना शुद्धिकरण की मांग को लेकर यात्रा शुरू हुई, जो 15 अप्रैल को दिल्ली पहुंची और 17 दिन तक जंतर-मंतर पर यमुना भक्तों ने धरना दिया। उधर, यमुना रक्षक दल की अगुवाई में 1 मार्च 2013 को वृंदावन में केशीघाट पर यमुना पूजन के साथ शुरू हुई यमुनाभक्तों की पदयात्रा दिल्ली के लिए रवाना हुई। लेकिन, केंद्र सरकार ने दिल्ली बार्डर पर ही यात्रा को रोक दिया और यमुना शुद्धिकरण को योजना बनाने का भरोसा यमुना भक्तों को दिया। यमुना रक्षक दल की अगुवाई में यमुना भक्तों ने वर्ष 2015 में बल्लभगढ़ से दिल्ली तक मार्च किया। मार्च के दौरान तत्कालीन केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने यमुना शुद्धिकरण की योजना पर काम करने का हवाला देकर जल्द शुद्धिकरण का भरोसा दिया। यमुना रक्षक दल की अगुवाई में ही 25 अक्टूबर 2014 को वृंदावन से हथिनीकुंड के लिए यमुना भक्तों की यात्रा शुरू हुई यात्रा में हजारों यमुना भक्त 1 नवंबर 2014 को हथिनीकुंड बांध पहुंचे।