इलाज तो दूर, एंबुलेंस के खर्च में ही ' दम' तोड़़ देंगे तीमारदार

प्रशासन द्वारा दरें निर्धारित करने के बाद भी एंबुलेंस चालक मांग रहे अधिक किराया डीएम के आदेश के हवाला देकर एंबुलेंस चालक लूट रहे मरीज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:49 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:49 AM (IST)
इलाज तो दूर, एंबुलेंस के खर्च में ही ' दम' तोड़़ देंगे तीमारदार
इलाज तो दूर, एंबुलेंस के खर्च में ही ' दम' तोड़़ देंगे तीमारदार

केस-एक:

एक एंबुलेंस चालक से फरह से दिल्ली मरीज ले जाने की बात की गई। उसने साफ शब्दों में 12 हजार रुपये मांगे। कम करने की गुजारिश की गई, लेकिन कम रुपये लेने पर तैयार नहीं हुआ। प्रशासन की रेट लिस्ट के हिसाब से महज साढ़े सात हजार रुपये ही लिए जाने थे। चूंकि केवल आक्सीजन एंबुलेंस ही लेकर जानी थी। प्रशासन के रेट के हिसाब से किराया महज 8500 रुपये ही हुआ। केस-दो :

यदुवंशी नाम के एक एंबुलेंस संचालक से फोन पर गोवर्धन से जयपुर मरीज ले जाने की बात कही गई। आक्सीजन एंबुलेंस ले जाने के नाम पर उसने 15 हजार रुपये किराया बताया। किराया कुछ कम लेने की बात हुई, तो प्रशासन की लिस्ट से मिलाने करने को कहा। जबकि प्रशासन ने आक्सीजन एंबुलेंस की कीमत 50 रुपये प्रति किमी तय की है। ऐसे में करीब 220 किमी दूर ले जाने पर किराया अधिकतम 11 हजार रुपये ही है। यही नहीं डीएम नवनीत सिंह चहल ने अपने आदेश में साफ कहा कि एंबुलेंस चालक मरीज और उनके तीमारदार से वापसी का किराया नहीं लेंगे, लेकिन एंबुलेंस चालक वापसी का किराया भी जोड़ते हैं।

मथुरा : ये दो उदाहरण एंबुलेंस चालकों की मनमानी के हैं। कोरोना काल में आपदा में अवसर तलाश रहे एंबुलेंस चालक बेहिसाब किराया वसूल रहे हैं। मरीज की जान बचाने की मजबूरी में तीमारदार मनमानी कीमत देने को राजी हो जाते हैं। जिला प्रशासन ने शासन के निर्देश के बाद एंबुलेंस चालकों की मनमानी पर अंकुश लगाने को किराये की दरें रविवार को निर्धारित कर दीं, लेकिन एंबुलेंस चालक अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं। मनमानी कीमत वसूल रहे हैं और रसीद देने में आनाकानी करते हैं। वह प्रशासन द्वारा निर्धारित दरों का हवाला देकर अधिक कीमत मांग रहे हैं। ये निर्धारित किए गए रेट-

जिला प्रशासन ने आक्सीजन रहित एंबुलेंस का 800 रुपये दस किमी की दूरी के लिए निर्धारित किया है, जबकि उसके बाद तीस रुपये प्रति किमी देना होगा। आक्सीजन युक्त एंबुलेंस के लिए 12 सौ रुपये दस किमी के लिए निर्धारित है, इसके बाद पचास रुपये प्रति किमी देना होगा। वेंटिलेटर, बाईपैप सपोर्टेड एंबुलेंस के लिए 22 सौ रुपये 10 किमी के लिए हैं, इसके अलावा सौ रुपये प्रति किमी देना होगा।

.तो मैनपुरी ने कैसे सबसे कम रखा किराया-

मैनपुरी जिला प्रशासन ने एंबुलेंस का किराया काफी कम तय किया है। जिला प्रशासन ने आक्सीजन रहित एंबुलेंस के लिए पांच सौ रुपये सेवा शुल्क तय किया है। इसके अलावा मारुति ओमनी और इको गाड़ी के लिए पचास किमी तक बीस रुपये प्रतिकिमी, पचास किमी से अधिक पर 15 रुपये प्रतिकिमी निर्धारित किया है। टवेरा, महिद्रा व महिद्रा बोलेरो के लिए 600 रुपये सेवा शुल्क पचास किमी तक 50 रुपये प्रति किमी और पचास किमी से अधिक 30 रुपये प्रतिकिमी निर्धारित किया। टाटा विगर, ट्रेवलर और अन्य के लिए आठ सौ रुपये सेवा शुल्क पचास किमी तक चालीस रुपये और इससे ऊपर के लिए 30 रुपये प्रति किमी की दर निर्धारित की हैं। आक्सीजन युक्त एंबुलेंस के लिए ओमनी व इको में छह सौ रुपये सेवा शुल्क,पचास किमी तक 25 रुपये प्रतिकिमी, इससे अधिक पर 20 रुपये प्रतिकिमी, टवेरा, महिद्रा आदि के लिए आठ सौ रुपये सेवा शुल्क, पचास रुपये प्रतिकिमी पचास किमी तक, इससे अधिक पर चालीस रुपये प्रतिकिमी निर्धारित किया है। टाटा विगर आदि के लिए एक हजार सेवा शुल्क और साठ रुपये प्रतिकिमी पचास किमी के लिए, इससे अधिक पर चालीस रुपये प्रतिकिमी। वेंटिलेटर पर एक हजार सेवा शुल्क के साथ टवेरा आदि में 80 रुपये प्रतिकिमी पचास किमी तक इससे अधिक पर 70 रुपये प्रतिकिमी निर्धारित किया। टाटा विगर आदि के लिए 12 सौ रुपये सेवा शुल्क, 120 रुपये प्रतिकिमी पचास किमी से अधिक पर 100 रुपये प्रतिकिम तय किया है।

आगरा समेत तमाम शहरों में यही दर निर्धारित की गई है। ये अधिकतम दरें हैं, इससे अधिक लेने पर एंबुलेंस चालकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

नवनीत सिंह, चहल। डीएम के साथ बैठकर कर सकते हैं किराये पर मंथन-

आल यूपी एंबुलेंस आपरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शिवसिंह और उपाध्यक्ष रमन चौरसिया ने बताया कि हम डीएम के साथ बैठक कर एंबुलेंस किराये को लेकर मंथन करने को तैयार हैं। अभी तक प्रशासन ने हमसे इसे लेकर चर्चा नहीं की है।

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