सिस्टम मजे में हैं, आप जाम में फंसे रहिए

ट्रैफिक पुलिस मस्त जाम से जूझ रहे हैं राहगीर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:56 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:56 AM (IST)
सिस्टम मजे में हैं, आप जाम में फंसे रहिए
सिस्टम मजे में हैं, आप जाम में फंसे रहिए

-दृश्य एक: स्थान-अटल चौक।

समय- 11.11 बजे सुबह। दिल्ली जाने को एक प्राइवेट बस सवारियों के इंतजार में खड़ी थी। दूसरी बस रोडवेज की उसी के बराबर में आकर खड़ी हो गई। पीछे एंबुलेंस आ गई और उसके पास में आटो खड़ा था। देखते ही देखते चौराहे पर जाम लग गया। यहां ट्रैफिक पुलिसकर्मी तो तैनात रहे, लेकिन वह इससे बेफिक्र रहे। -दृश्य दो : स्थान-नया बस अड्डा। समय-12 बजे दोपहर। बस अड्डा परिसर से बसों की आवाजाही हो रही थी। एक बस स्टेट बैंक की तरफ जा रही थी, तो दूसरी भूतेश्वर की ओर। दोनों एक साथ ही परिसर से निकलीं। मालगोदाम रोड की तरफ से तेजी से आई एक मैजिक बीच रोड पर आकर रुक गई और जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने सीटी बजाई, थोड़े हाथ-पैर हिलाए, इसके बाद बस को निकलवा दिया गया। 15 मिनट बाद फिर वही स्थिति पैदा हो गई। एक घंटे तक यहां यही सिलसिला चलता रहा।

-दृश्य तीन: स्थान-मंडी समिति चौराहा। समय-तीन बजे। मोड़ पर ठेल-ढकेल लगी हुई थी। ग्राहक खरीदारी कर रहे थे। गोवर्धन चौराहे की तरफ जाने के लिए तीन टेंपो बराबर में खड़े थे। मोटरसाइकिल निकलने के लिए भर का रास्ता शेष था। आमने-सामने से मोटरसाइकिल वाले आ गए और वह भी रास्ता बंद हो गया। ओवरब्रिज के नीचे से निकल कर आए केला विक्रेता ने टेंपो से सटाकर ढकेल लगा दी और आराम से खड़े होकर टेंपो के हटने का इंतजार करने लगा। ऐसे में बार-बार जमा लगा।

जागरण संवाददाता, मथुरा : ये ट्रैफिक सिस्टम की बदइंतजामी के उदाहरण हैं। सिस्टम की खामोशी के कारण शहर की सड़कें जाम से जूझ रही हैं। यातायात सिस्टम दफ्तरों से चल रहा है और खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। शहर के हर तिराहे-चौराहे पर दिन भर वाहन रेंग-रेंग कर आगे बढ़ते हैं। कहने को तो भीड़-भाड़ वाले तिराहे-चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के साथ में होमगार्ड तैनात किए जा रहे हैं। होमगार्ड की आंखें ऐसे वाहन चालकों को तलाशती हैं, जिसका यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में चालान काटा जा सके। लेकिन व्यवस्था पर ध्यान नहीं। मंडी समिति चौराहा, गोवर्धन चौराहा और नए बस अड्डा पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नियमित तैनात किए जा रहे हैं। लेकिन वह सवारियों के इंतजार में आधे से अधिक सड़क को घेरकर खड़े रहने वाले वाहनों को आगे बढ़ाने की कोई कार्रवाई करना तक मुनासिब नहीं समझ रहे हैं।

ट्रैफिक व्यवस्था के लिए प्लान बनाया जा रहा है। जल्द ही इसमें सुधार दिखेगा। चौराहों पर ट्रैफिक सिस्टम और दुरुस्त होगा।

धर्मेंद्र चौहान, सीओ यातायात।

chat bot
आपका साथी