नामजद निकले निर्दोष, हत्यारे निकले कोई दूसरे

वृंदावन के युवक की गई हत्या का पुलिस ने किया पर्दाफाश मृतक के जीजा समेत पांच के खिलाफ कराई थी नामजद रिपोर्ट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 05:45 AM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 05:45 AM (IST)
नामजद निकले निर्दोष, हत्यारे निकले कोई दूसरे
नामजद निकले निर्दोष, हत्यारे निकले कोई दूसरे

जागरण संवाददाता, मथुरा: थाना हाईवे क्षेत्र में 31 मई की सुबह धनगांव में मिले वृंदावन के युवक के शव मामले का रविवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। युवक की जमीन हड़पने को साजिशन हत्या की गई थी। हत्याकांड में जिन लोगों को नामजद कराया गया, वे पुलिस तहकीकात में निर्दोष पाए गए। हत्या दूसरे लोगों ने की थी। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अभी दो आरोपित फरार हैं।

थाना हाईवे क्षेत्र में धनगांव मार्ग के किनारे लकड़ियों के ढेर के नीचे वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के किशोरपुरा गांधी नगर निवासी महेंद्र का शव मिला था। गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। मृतक के छोटे भाई की पत्नी सपना ने अपने जेष्ठ की हत्या की नामजद रिपोर्ट अपनी ननद के पति श्याम समेत पांच लोगों के खिलाफ कराई। पूछताछ में पुलिस को नामजदों से युवक की हत्या के कोई साक्ष्य नहीं मिले। रविवार को एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया, थाना हाईवे इंस्पेक्टर विनोद कुमार को महेंद्र हत्याकांड के वास्तविक आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इंस्पेक्टर हाईवे ने सर्विलांस टीम के मदद से तहकीकात की। एसपी सिटी ने बताया, जांच में महेंद्र की हत्या उसकी जमीन को हड़पने के मकसद से की गई थी। धौली प्याऊ रेलवे फाटक के पास से राजेश निवासी फालैन थाना कोसीकलां और रमेश निवासी सरस्वती विहार कालोनी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से एक इंडिका विस्टा कार भी बरामद की है। - ऐसे खोला पुलिस ने राज:

सपना ने कराई रिपोर्ट में अपने रिश्तेदार से जमीन का विवाद बताया था। पुलिस ने महेंद्र और उसके रिश्तेदार की जमीन की पड़ताल की। इसमें मृतक के भाई कृष्णगोपाल उर्फ जादू ने उस जमीन के दो बार फर्जी बैनामा किए जाने का मामला सामने आया। बैनामा रमेश और मुकेश के नाम हुआ, जबकि गवाही जैल सिंह ने दी थी। पूछताछ में सिहाना निवासी मुकेश ने पुलिस को बताया, जमीन का सौदा रमेश और उदय गौतम से चार लाख रुपये में हुआ। मुकेश शर्मा और जैल सिंह को गवाह थे। रमेश ने पूछताछ में हत्या का राज उगल दिया। उसने से पुलिस को बताया, उदय गौतम निवासी गंगोत्री विहार थाना सिकंदरा आगरा, मुकेश शर्मा निवासी औहवा थाना सुरीर और राजेश निवासी गांव फालैन के साथ मिलकर महेंद्र की जमीन हड़पने की योजना बनाई। तीन सौ वर्गगज जमीन का सौदा सौ रुपये के स्टांप पर महेंद्र से हुआ था। जिसके पैसे बकाया थे। बैनामा में जो फर्जीवाड़े किया था, उसकी जानकारी महेंद्र हो गई। उसने जेल भिजवाने की धमकी दी। इसलिए महेंद्र की हत्या की थी। रमेश ने फोन कर महेंद्र को घर बुलाया और उदय गौतम, मुकेश शर्मा और राजेश के साथ मिलकर महेंद्र को कार में बैठा लिया। कुछ ही दूरी पर उसका गला घोंट दिया। शव को जलाने के लिए धनगांव मार्ग पर लेकर आए। लकड़ियों के ढेर में शव रख दिया, पर ऐन वक्त पर मोटरसाइकिल सवार आ गए। इसलिए वे शव को छोड़कर भाग आए थे।

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