अमरनाथ शिक्षण संस्थान के संस्थापक आनंद मोहन का निधन
अमरनाथ शिक्षण संस्थान के संस्थापक आनंद मोहन वाजपेयी का रविवार को निधन हो गया।
संस, मथुरा : अमरनाथ शिक्षण संस्थान के संस्थापक आनंद मोहन वाजपेयी का रविवार को निधन हो गया। वह 96 वर्ष के थे। उनके निधन से ब्रजमंडल के शिक्षा जगत में शोक की लहर है।
शिक्षाविद् आनंद मोहन वाजपेयी का जन्म रायबरेली के वाजपेयी खेड़ा में सन 1926 में हुआ था। 1957 में वह अपनी मां के कहने पर ब्रजभूमि में आ गए। यहां किशोरी रमण शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में प्रवक्ता रहे। 1961 में उन्होंने मात्र 24 बच्चों से अमरनाथ विद्या आश्रम की नींव रखी। उनके साथ सहयोगी के रूप में उनके भाई ललित मोहन वाजपेयी उन्मुक्त व अनंत स्वरूप वाजपेयी देशभक्त शिक्षा की इस यात्रा से जुड़े। 24 बच्चों से प्रारंभ हुआ विद्यालय आज वटवृक्ष के रूप में विद्यमान है, जहां बालक-बालिकाओं के लिए उच्च शिक्षा व छात्रावास भी है। अमरनाथ विद्या आश्रम को जिले का प्रथम सीबीएसई स्कूल का गौरव भी मिला हुआ है। कल्याणं करोति की स्थापना में उन्होंने अहम योगदान दिया। मशहूर हाकी खिलाड़ी केडी सिंह बाबू के साथ हाकी खेलने वाले वाजपेयी को कैरम के खेल में महारत हासिल थी। उन्होंने अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ा है। निधन पर शोक : ज्ञानदीप शिक्षा भारती की प्रबंध समिति की बैठक में अमरनाथ विद्या आश्रम के संस्थापक आनंद मोहन वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया गया व श्रद्धांजलि दी गई।
ज्ञानदीप शिक्षा भारती के संस्थापक सचिव पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया ने कहा कि आनंद मोहन वाजपेयी सीबीएसई शिक्षण संस्थाओं के पितामह थे। अनेक शिक्षण संस्थाओं को सीबीएसई की मान्यता दिलाने का मार्ग प्रशस्त किया। अध्यक्षता एड. रमेश कुमार शर्मा ने की। प्रधानाचार्य रजनी नौटियाल, शैक्षिक निदेशक प्रीति भाटिया, राजेश अग्रवाल ने शोक व्यक्त किया।