नीरी ने लिए कोसी ड्रेन और यमुना जल के नमूने

कोसी ड्रेन समेत कई नाले यमुना जल को प्रदूषित कर रहे हैं। पर्यावरण्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 05:16 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 05:16 AM (IST)
नीरी ने लिए कोसी ड्रेन और यमुना जल के नमूने
नीरी ने लिए कोसी ड्रेन और यमुना जल के नमूने

जागरण संवाददाता, मथुरा: कोसी ड्रेन समेत कई नाले यमुना जल को प्रदूषित कर रहे हैं। पर्यावरणविद् एमसी मेहता ने मंगलवार को नेशलन एनवायरमेंटल इंजीनियरिग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की टीम के साथ यमुना की हकीकत देखी। यमुना जल, कोसी ड्रेन, मसानी और अंबाखार नाले के पानी के एक दर्जन नमूने नीरी ने लिए हैं। इनकी परीक्षण रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एवं पर्यावरणविद् एमसी मेहता और नीरी के निदेशक एसके गोयल ने यमुना को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुके गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी के साथ सुबह कोसीकलां पहुंच कर कोसी डे्न के हालात देखे। ये ड्रेन कोसीकलां से छाता, शेरगढ़ होते हुए वृंदावन के बराहाघाट पर आकर यमुना में गिर रही है। इन कस्बों का सीवर ड्रेन में गिर रहा है। नीरी की टीम ने सीवर, ड्रेन और ड्रेन में गिर रहे नालों के पानी का नमूना लिया। वृंदावन में जिस स्थान पर यमुना जल के निर्मल होने का दावा किया जा रहा है, वहां से भी नमूना लिया। जहां ड्रेन गिर रही है, उस स्थल से भी एक नमूना ड्रेन और एक यमुना का लिया गया। गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया, इसके बाद टीम ने मसानी नाले को देखा और यहां से नाले के पानी के नमूने लिए। एक नमूना यहां यमुना जल का लिया गया। अंबाखार नाले के पानी के भी अलग नमूने लिए गए। उन्होंने टीम को बताया, अभी कोसी ड्रेन को यमुना में गिरने से रोकने के लिए कोई योजना तैयार नहीं की गई है। मासूम नगर और कोयला अलीपुर जोन के नालों को भी यमुना में गिरने से रोकने के लिए अभी कोई योजना नहीं बनाई गई है। उनका कहना था, जब तक कोसी ड्रेन, मासूम नगर और कोयला अलीपुर जोन के गिरने वाले नालों को नहीं रोका जाएगा, तब तक मथुरा में यमुना का जल शुद्ध नहीं होगा। उन्होंने बताया, नीरी की जांच रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी में दाखिल किया जाएगा।

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