चीखों से गूंजा पोस्टमार्टम हाउस, शव देख दहले दिल

हादसे में बिखर गया परिवार हर ओर बस आंसू

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 06:05 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:05 AM (IST)
चीखों से गूंजा पोस्टमार्टम हाउस, शव देख दहले दिल
चीखों से गूंजा पोस्टमार्टम हाउस, शव देख दहले दिल

जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे पर मंगलवार देर रात सड़क हादसे में हरियाणा के तीन परिवार के सात लोगों की मौत ने सबको हिलाकर रख दिया है। अपनों के शव देख चीखें निकलीं, तो पूरा पोस्टमार्टम हाउस दहल उठा। मृतकों के स्वजन बुधवार तड़के ही मथुरा पहुंच गए थे।

हरियाणा के जींद जिला स्थित सफीदों कस्बा निवासी मनोज गर्ग, पत्नी बबीता, पुत्र हेमंत और अभय, अपने साले के बेटे कुणार्क उर्फ कन्नू, बेटी हिमाद्री और चालक राकेश सिंह के साथ वृंदावन में बांकेबिहारी के दर्शन कर जींद लौट रहे थे। यमुना एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार टैंकर अनियंत्रित होकर दूसरी रोड पर पहुंच गया और मनोज की इनोवा को रौंद दिया। हादसे में सातों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर बुधवार तड़के स्वजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए।

मनोज गर्ग के साले मुकेश मित्तल पानीपत के समालखा में रहते हैं। मुकेश के पिता सत्यनारायण मित्तल पर तो जैसे दुखों का पहाड़ टूट गया। एक ओर पौत्र कुणार्क (10) का शव था, तो दूसरी ओर पौत्री हिमाद्री (15) निर्जीव पड़ी थी। सत्यनारायण की बेटी बबीता गर्ग (42) भी दुनिया छोड़ गई, तो दामाद मनोज गर्ग भी अब इस दुनिया में नहीं रहे। जिस धेवते अभय को वह सबसे ज्यादा प्यार करते थे, अब न वो रहा और न ही हेमंत। बोले, अब मेरे आंगन में सात साल की पौत्री खुशी ही रह गई है। उसके भाई बहन चले गए, तो उसकी भी खुशियां छिन गई हैं। सत्य नारायण ने बताया कि उनकी बेटी बबीता ने रात साढ़े नौ बजे वृंदावन से बेटे मुकेश को फोन कर कहा था कि अब वे लोग यहां से निकल रहे हैं। क्या पता था कि अब वह कभी घर नहीं आएंगे। सत्यनारायण के भाई वीरेंद्र मित्तल आगरा में एसीएम हैं। अपनों के शव देख वह भी फफक कर रो पड़े। पोस्टमार्टम हाउस पर एसडीएम सदर क्रांति शेखर, डिप्टी कलक्टर अजय कुमार, पंकज वर्मा, तहसीलदार मांट राकेश सोनी, इंस्पेक्टर सदर शशि प्रकाश शर्मा भी पहुंच गए। हादसे में मृत चालक राकेश सिंह सफीदों कस्बा से कुछ दूरी पर स्थित जयपुर गांव का रहने वाला था।

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