ऊर्जा मंत्री के घर में बिजली संकट से कोहराम, लगाया जाम

दो दिन से रात 2 बजे तक गायब रहती है बिजली परेशान लोगों ने हाईवे पर लगाया जाम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 06:27 AM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 06:27 AM (IST)
ऊर्जा मंत्री के घर में बिजली 
संकट से कोहराम, लगाया जाम
ऊर्जा मंत्री के घर में बिजली संकट से कोहराम, लगाया जाम

जागरण संवाददाता, मथुरा : गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली संकट बढ़ता जा रहा है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के शहर में ही बिजली संकट से हाहाकार मच गया है। दिन भर बिजली की ट्रिपिग और रात में कई घंटे गायब रहने से सब्र जवाब दे गया। मंगलवार और बुधवार रात करीब रात दो बजे तक बिजली कट से परेशान लोगों ने देर रात हाईवे जाम कर दिया। राधापुरम चौराहा पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह शांत कर जाम खुलवाया।

ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा लगातार बिजली विभाग की व्यवस्था सुदृढ़ करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन गर्मी बढ़ते ही बिजली संकट बढ़ गया है। बिजली की बढ़ती मांग के चलते मशीनें लोड नहीं ले पा रही हैं। ऐसे में दिन में कई बार बिजली की आपूर्ति कट हो जाती है। मंगलवार रात करीब 11 बजे गुल आधे से अधिक शहर की बिजली रात दो बजे आई। बुधवार को दिन भर बिजली आपूर्ति में ट्रिपिग होती रही। रात में फिर करीब 11 बजे आपूर्ति ठप हो गई। उमस भरी गर्मी में बिजली कट होने से लोगों का धैर्य जवाब दे गया। रात करीब एक बजे राधापुरम चौराहा पर स्थानीय लोग आ गए। बिजली न आने को लेकर आगरा-दिल्ली हाईवे पर जाम लगा दिया। दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

इसी बीच हाईवे थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने समझा-बुझाकर किसी तरह जाम खुलवाया। रात करीब डेढ़ बजे बिजली आई, लेकिन पांच मिनट बाद फिर चली गई। फिर रात 1.55 बजे बिजली के दर्शन हुए। उमस भरी गर्मी में बिना बिजली लोगों को जागकर रात काटनी पड़ रही है। बिजली की खपत आम दिनों की अपेक्षा बढ़ गई है। सामान्य दिनों में प्रतिदिन ढाई सौ से तीन सौ मेगावाट बिजली की खपत थी। लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ ही खपत बढ़कर 450 से 500 मेगावाट हो गई है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि खपत बढ़ने से मशीनें गर्म हो जाती हैं, ऐसे में निर्बाध आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

बिजली की खपत बढ़ जाने के कारण मशीनों पर लोड बढ़ रहा है। इसलिए ट्रिपिग की समस्या हो रही है। अक्सर फाल्ट हो जाते हैं।

सचिन गुप्ता, अधिशाषी अभियंता, विद्युत वितरण खंड तृतीय। लगातार बिजली की खपत बढ़ रही है। पहले ढाई सौ से तीन सौ मेगावाट प्रतिदिन की खपत थी, अब पांच सौ मेगावाट तक खपत पहुंच गई है।

युवराज सिंह, अधिशासी अभियंता, ट्रांसमिशन।

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