अलवर एस्टेट की राजकुमारी को मृत दर्शाने के मामले में होगी रिपोर्ट

जीवित राजकुमारी को मृत दर्शाकर हथियाना चाहते थे करोड़ों की जमीनन्यायिक मजिस्ट्रेट ने हाईवे पुलिस को रिपोर्ट लिखने का आदेश दिया

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 06:06 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 06:06 AM (IST)
अलवर एस्टेट की राजकुमारी को मृत 
दर्शाने के मामले में होगी रिपोर्ट
अलवर एस्टेट की राजकुमारी को मृत दर्शाने के मामले में होगी रिपोर्ट

जागरण संवाददाता,मथुरा: अलवर एस्टेट की राजकुमारी प्रताप कुमारी को मृत दिखाकर करोड़ों की जमीन हथियाने की साजिश पर कानून का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। गुरुवार को मामले की न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई की गई। मजिस्ट्रेट ने सुनवाई के दौरान 10 नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में रिपोर्ट दर्ज किए जाने का आदेश दिया है।

राजकुमारी प्रताप कुमारी की उम्र वर्तमान में 88 बरस है। शहर के गोवर्धन रोड पर इनका प्रताप बाग है। इसकी कीमत करीब दो सौ करोड़ रुपये बताई जा रही है। प्रताप बाग पर कुछ माफिया नजर लगाए हैं। पहले फर्जी तरीके से उनकी जमीन का बैनामा दिखाकर दाखिल खारिज कराने की कोशिश की गई। इसके बाद वर्ष 2003 में राजकुमारी को मृत दर्शाकर जमीन की मृत्यु पूर्व वसीयत दिखाई गई। दाखिल खारिज कराने के लिए जालसाजों ने तहसील में दस्तावेज भी दाखिल कर दिए। राजकुमारी के अधिवक्ता रविद्र कुमार ने इस पर आपत्ति दाखिल की और कहा कि राजकुमारी अभी जीवित हैं। रविद्र गुप्ता का कहना है कि इसके लिए जालसाजों ने दिल्ली नगर निगम का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी दाखिल किया। राजकुमारी के नाम से फर्जी बैंक खाता भी खुलवा लिया। न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने गुरुवार को मामले में सुनवाई के दौरान रविद्र कुमार के प्रार्थना पत्र पर आरोपित शकुंतला देवी व उनके पति जयपाल सिंह (चाणक्यपुरी, दिल्ली) देवेंद्र पाल सिह (लखनऊ),अजय शर्मा (मथुरा),भानु कुमारी व उनकी मां दुर्गेश कुमारी(दिल्ली), सचिन सारंग, जितेंद्र प्रताप, अशोक चहल, गुलाब सिंह, व 10-12 अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। उधर, इस मामले में सदर तहसीलदार न्यायिक की अदालत में भी शुक्रवार को सुनवाई होनी थी,लेकिन वह अब 12 अगस्त को होगी।

chat bot
आपका साथी