बच्चों को डाटने के बजाए आंखों की कराए जांच

बच्चे जब टीबी और मोबाइल को बहुत ही नजदीक से देखता है तो हम कई बार डांट लगाते हैं जबकि हमारी जिम्मेदारी है कि उसकी आंखों की जांच कराए। जब बच्चों की आंखों की रोशनी कम होती है तब ही वह नजदीक से देखता है। पिछले दो वर्ष में इस तरह की परेशानी बच्चों के साथ अधिक हो रही है और अभिभावक अंजान बनकर बच्चे को डाट लगाते रहते हैं। यह कहना है नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश जैन का। वह दैनिक जागरण के साप्ताहिक कालम हेलो डाक्टर में पाठकों की समस्याओं का फोन पर निस्तारण कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:37 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 05:37 AM (IST)
बच्चों को डाटने के बजाए आंखों की कराए जांच
बच्चों को डाटने के बजाए आंखों की कराए जांच

जागरण संवाददाता, मथुरा: बच्चे जब टीबी और मोबाइल को बहुत ही नजदीक से देखता है तो हम कई बार डांट लगाते हैं, जबकि हमारी जिम्मेदारी है कि उसकी आंखों की जांच कराए। जब बच्चों की आंखों की रोशनी कम होती है, तब ही वह नजदीक से देखता है। पिछले दो वर्ष में इस तरह की परेशानी बच्चों के साथ अधिक हो रही है और अभिभावक अंजान बनकर बच्चे को डाट लगाते रहते हैं। यह कहना है नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश जैन का। वह दैनिक जागरण के साप्ताहिक कालम हेलो डाक्टर में पाठकों की समस्याओं का फोन पर निस्तारण कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान आनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। इसलिए जरूरी है कि बच्चे को आधा घंटे की पढ़ाई के बाद कम से कम आधा मिनट रेस्ट दें। उसे आंख बंद करके रिलेक्स होने को कहें। क्योंकि काफी देर तक स्क्रीन देखने से भी परेशानी बढ़ती है। साथ ही उन्होंने शुगर के मरीजों को नियमित जांच कराने की सलाह दी है। - प्रश्न : मेरी आंखों में जलन होती है, कई बार पानी आता है। मुझे क्या करना चाहिए।

बंटू उपाध्याय, राया उत्तर : बाइक पर चलते समय में हमको शीशे वाला हेलमेट लगाना चाहिए। कई बार तेज हवा की वजह से भी आंखों से पानी आता है। प्रदूषण बढ़ने से भी आंखों में खुजली हो जाती है। इसके लिए आंखों को पानी से धोते रहें। बहुत अधिक परेशानी होने पर चिकित्सक से परामर्श जरूर लें। - प्रश्न : मेरी आंखों के नीचे काले-काले निशान हैं, काफी दिनों से सूजन भी है। मुझे क्या करना चाहिए।

भत सिंह, सौंख उत्तर : बहुत दिनों से आंखों के नीचे सूजन है तो अपने नजदीक किसी भी नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखा लें। कई बार बढ़ती उम्र के साथ भी शरीर में बदलाव होते हैं। जिसके तहत काले निशान भी पड़ जाते हैं, जो समय के साथ स्वत: ही ठीक हो जाते हैं। बहुत अधिक परेशानी होने पर चिकित्सक से परामर्श कर लें। - प्रश्न - मेरी मोबाइल की दुकान है, मेरी आंखों के नीचे निशान बन गए हैं। अजीब से दिखाई देते हैं, मुझे क्या करना चाहिए।

कपिल गुप्ता, सुरीर

उत्तर : लगातार काम करते समय आंखों को जरूर आराम दें। आंखों के नीचे पड़े निशान बहुत अधिक परेशानी की वजह नहीं है। कई बार बढ़ती उम्र के साथ इस तरह की परेशानी हो जाती है।

- प्रश्न : मुझे पास का देखने में परेशानी होती है, चश्मा लगाता हूं, फिर भी रोशनी कम होती चली जा रही है।

गोविद गुप्ता, सुरीर

उत्तर : पास की रोशनी कम होना सामान्य बात है। 40 की उम्र के बाद इस तरह की समस्या सामने आती है। इसके लिए जरूरी है कि चिकित्सक को आंखे दिखाकर परामर्श ले। चश्मा जरूर लगाकर रहें।

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इस तरह बरतें सावधानी

- परेशानी होने पर तत्काल आंखों की जांच कराएं।

- चश्मा नियमित रूप से पहनें।

- कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करते समय अपनी आंखों को बीच-बीच में आराम जरूर दें।

- आंखों को रगड़ने के बजाए पानी से धोएं।

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कम उम्र में चश्मा लगने से रोशनी ठीक होने की संभावना अधिक :

नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मुकेश जैन ने बताया कि पांच -छह वर्ष की उम्र में अगर किसी बच्चे को चश्मा लग जाता है तो इससे परेशान होने की बात नहीं है। ऐसी स्थिति में बच्चों की आंखों की रोशनी ठीक होने की संभावना अधिक होती है। एक उम्र के बाद जब चश्मा लगाते हैं तो रोशनी ठीक होने की संभावना कम रह जाती है। इसलिए बच्चों को आंखों में परेशानी होने पर तत्काल चश्मा लगवा दें।

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