रिक्शा चालक के पैन कार्ड से बोगस फर्म बनाकर दिल्ली में बेचा माल

बोगस फर्म पंजीकृत कर की गई साढ़े तीन करोड़ की टैक्स चोरी एक दर्जन फर्म में हुआ माल का आवागमन बोगस होने की आशंका

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:47 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:47 AM (IST)
रिक्शा चालक के पैन कार्ड से बोगस 
फर्म बनाकर दिल्ली में बेचा माल
रिक्शा चालक के पैन कार्ड से बोगस फर्म बनाकर दिल्ली में बेचा माल

जागरण संवाददाता, मथुरा : रिक्शा चालक के पैन कार्ड से पंजीकृत की गई फर्म ने राष्ट्रीय राजधानी में अपना माल खपाया है। दोनों फर्मों से करीब एक दर्जन फर्मों में माल खपाया गया है। आशंका जताई जा रही है कि जिन फर्मों में माल खपाया गया है, उनमें भी ज्यादातर बोगस फर्म हैं। रिक्शा चालक के पैनकार्ड पर पंजीकृत रहीं दो फर्मों का 14 माह में 43 करोड़ रुपये का टर्नओवर रहा है।

दरअसल, गोवर्धन रोड के अमर कालोनी निवासी रिक्शा चालक प्रताप सिंह के पैनकार्ड पर दो फर्म जीएसटी के केंद्रीय क्षेत्राधिकार में पंजीकृत कराईं गईं। कानपुर में पंजीकृत फर्म का माल भी दिल्ली तक कागजों में ही पहुंचाने की आशंका जताई जा रही है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि कानपुर में पंजीकृत फर्म से दिल्ली तक माल भेजा गया है। रिकार्ड में उस वाहन का नंबर दर्ज नहीं है, जिससे माल भेजा गया है। माना जा रहा है कि कई अन्य कंपनियों में भी ऐसा ही लेनदेन हुआ है। हालांकि ये स्पष्ट आगे की पड़ताल में होगा। - जनसुविधा केंद्र पर बनवाया था पैनकार्ड : गोवर्धन के अमर कालोनी निवासी प्रताप सिंह ने बताया कि उसने 15 मार्च 2018 को गोवर्धन रोड के जन सुविधा केंद्र पर ही पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था। उस दौरान पैन कार्ड और आधार कार्ड को खाते से अटैच कराने की बात कही जा रही थी। मेरे पास आधार कार्ड तो था, लेकिन पैनकार्ड नहीं था। इसलिए मैंने पैन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कर दिया। करीब दो माह बीतने के बाद भी उसके पास पैनकार्ड नहीं पहुंचा। तब प्रताप सिंह ने जनसुविधा केंद्र पर जानकारी की। पता चला कि पैनकार्ड 31 मार्च 2018 को ही बन गया था। इसे कोरियर कंपनी द्वारा श्री जी धाम कालोनी के पास स्थित गिर्राज महाराज साइबर कैफे पर संजय सिंह को पैनकार्ड दे दिया गया। हालांकि संजय का कहना है कि कोरियर से पैनकार्ड सीधे आवेदक के घर जाता है। मैंने तो आनलाइन पैनकार्ड से प्रिट निकालकर प्रताप सिंह को दिया था।

- ये है मामला : प्रताप सिंह ई-रिक्शा चालक हैं, जिसके पैनकार्ड पर कानपुर और दिल्ली में दो फर्मों का पंजीकरण कराया गया है। जिन पर एक साल में 43 करोड़ रुपये का टर्नओवर दिखाया गया है। साढ़े तीन करोड़ रुपये के टैक्स की चोरी की गई है। आयकर विभाग ने टैक्स जमा करने के लिए एक्स पार्टी असेसमेंट प्रताप सिंह को दिया है। इस मामले में रिक्शा चालक ने अपने साथ हुए फ्राड की तहरीर हाईवे थाने में दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को नहीं मिली पते पर फर्म

प्रताप सिंह के पैनकार्ड पर दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 18 में दुकान नंबर 18 राधिका ट्रेडर्स के नाम से फर्म पंजीकृत हैं। मामले की जांच कर रहे हाईवे थाने के एसएसआइ सुरेंद्र भाटी मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। उन्होंने बताया कि जिस पते पर फर्म दर्ज है, अभी वहां जानकारी नहीं हो पा रही है। अब दिल्ली में वाणिज्य कर विभाग से भी इसकी जानकारी की जाएगी। फर्म का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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