बेहतर भविष्य के लिए प्रायोगिक ज्ञान भी जरूरी: डा. श्याम सुंदर

संस्थान के निदेशक प्रो. डा. श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि बेहतर भविष्य और बदलते समय के अनुसार अकादमिक के साथ-साथ प्रायोगिक ज्ञान जरूरी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:09 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 06:09 AM (IST)
बेहतर भविष्य के लिए प्रायोगिक 
ज्ञान भी जरूरी: डा. श्याम सुंदर
बेहतर भविष्य के लिए प्रायोगिक ज्ञान भी जरूरी: डा. श्याम सुंदर

संवाद सहयोगी, मथुरा : बीएसए इंजीनियरिग कालेज की स्थापना के कारपोरेट जगत की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के तहत एमबीए पाठ्यक्रम भी शामिल किया गया। इससे बीएसएफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलाजी के छात्र-छात्राओं को प्लेसमेंट के अवसर अधिक मिल रहे हैं। संस्थान के निदेशक प्रो. डा. श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि बेहतर भविष्य और बदलते समय के अनुसार अकादमिक के साथ-साथ प्रायोगिक ज्ञान जरूरी है। विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखकर संस्थान द्वारा केस स्टडी, रिसर्च प्रोजेक्ट, डिवेट, मैनेजमेंट क्विज, मैनेजमेंट गेम, इंडस्ट्रियल विजिट, गेस्ट लेक्चर और रोल प्ले का प्रायोगिक ज्ञान दिया जा रहा है। संस्थान के चेयरमैन इंजीनियर मट्टोमल अग्रवाल, वाइस चेयरमैन एडवोकेट अरविद अग्रवाल के अनुसार एमबीए पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं की पसंद रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी कालेज के एमबीए पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना छात्र-छात्राओं की मांग रहती है।

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