कोरोना के कारण नजर नहीं आया भक्तों का हुजूम
सोलह कलाओं के अवतारी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु वृंद
वृंदावन: सोलह कलाओं के अवतारी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु वृंदावन और मथुरा में डेरा डालते थे। सड़कों पर भक्तों का उमड़ता हुजूम ही नजर आता। मंदिर, मठ और देवालयों के साथ कुंजगलियों में कृष्ण जन्मोत्सव की बधाई के स्वरों से वातावरण गूंजता रहता था। लेकिन कोरोना ने न केवल मानव जीवन पर असर डाला। बल्कि सांस्कृतिक इतिहास को भी तहस-नहस कर डाला। पिछले पांच महीने से भक्तों और भगवान के बीच दीवार बने कोरोना की काली छाया कृष्ण जन्मोत्सव पर ऐसी पड़ी कि जिन कुंजगलियों में भक्तों की भीड़ हिलोरे मारती थी। आज सन्नाटा पसरा है।
ठा. बांकेबिहारी की नगरी में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव से दो तीन दिन पहले ही भक्तों की भीड़ उमड़ने लग जाती थी। पुलिस को अतिरिक्त फोर्स लगाकर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने में पसीना बहाना पड़ता था। लेकिन कोरोनाकाल में इतिहास में पहली बार होगा कि कान्हा के जन्मोत्सव पर उसकी की लीलाभूमि में सन्नाटा पसरा है। ठा. बांकेबिहारी मंदिर के दर पर जरूर दर्जनभर श्रद्धालु माथा टेकते नजर आए। लेकिन इस्कॉन, प्रेममंदिर, अक्षयपात्र, प्रियकांतजू मंदिर समेत हर मंदिर, देवालय, बाजार और कुंजगलियों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दिन सन्नाटा पसरा नजर आया। -पुलिस ने बेरीकेडिग कर रोके वाहन
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर शहर को आने वाले हर मार्ग पर पुलिस ने बेरीकेडिग कर शहर में आ रहे वाहनों को रोकने के लिए व्यवस्था दुरुस्त रखी। लेकिन चंद वाहनों के अलावा श्रद्धालुओं ने खुद ही तीर्थनगरी में आने की योजना रद कर रखी थी।