नियम ताक पर रख डूडा में एक दर्जन संविदा कर्मियों की नियुक्ति
नगर आयुक्त ने पकड़ी नियुक्तियों में गड़बड़ी कर्मचारियों को हटाया अपर नगर आयुक्त को सौंपी जांच एसएफआइ को प्रतिकूल प्रविष्टि
-नगर आयुक्त ने पकड़ी नियुक्तियों में गड़बड़ी, कर्मचारियों को हटाया
-अपर नगर आयुक्त को सौंपी जांच, एसएफआइ को प्रतिकूल प्रविष्टि
जागरण संवाददाता, मथुरा: जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) में कायदे-कानून को ताक पर रखकर संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी गई। उनको क्षेत्र में कार्य भी आवंटित कर दिए। नगर आयुक्त अनुनय झा की तहकीकात में मामला पकड़ में आ गया। एक दर्जन कर्मचारियों की नियुक्ति नियमों के विरुद्ध की गई थी। इनको हटा दिया गया। इसकी जांच अपर नगर आयुक्त को दी गई है। जोनल सेनेटरी आफिसर को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
हाल ही में नगरीय विकास अभिकरण में संविदा पर दो दर्जन कर्मचारियों की संविदा पर नियुक्ति की गई। जिन लोगों ने डूडा में कार्य करने और डूडा में पंजीकरण होना आवश्यक था। उनकी ही नियुक्ति की जानी थी। जो जिस गांव का रहने वाला था, उसकी उसी गांव में नियुक्ति किए जाने का प्रविधान था। एक दर्जन युवकों की नियुक्ति शर्तों के विपरीत कर ली गई। उनको जो कार्य आवंटित किए, वह दूसरे गांवों के थे। उनके गांव में पहले से ही कर्मचारी नियुक्त बताए गए। इसकी जानकारी नगर आयुक्त अनुनय झा को हुई। उन्होंने इसकी जांच कराई। एक दर्जन कर्मचारी ऐसे पाए गए, जिनकी नियुक्ति गलत तरीके से की गई थी। नगर आयुक्त अनुनय झा ने इन कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया। नियुक्तियों की जांच भी अपर नगर आयुक्त सतेंद्र कुमार को सौंपी। जोनल सेनेटरी आफिसर सुरेंद्र यादव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। नगर आयुक्त की इस कार्रवाई से डूडा में खलबली मच गई है। -आवेदन पत्रों का नहीं चल रहा पता: डूडा की योजनाओं का लाभ लेने के लिए लोग आवेदन कर रहे हैं, लेकिन डूडा में उन आवेदन पत्रों का भी पता नहीं चल पा रहा है। आवेदकों को कार्यालय से आवेदन पत्र की प्राप्ति की रसीद भी नहीं दी जा रही है, जबकि आवेदक को आवेदन पत्र की प्राप्ति रसीद दिया जाना अनिवार्य है।