आयोजन स्थल पर पहुंचे मंडलायुक्त, देखा यमुना घाटों का हाल

यमुना जल को लेकर संतों की नाराजगी पर मंगलवार को मंडलायुक्त अमित गुप्त

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 05:19 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 05:19 AM (IST)
आयोजन स्थल पर पहुंचे मंडलायुक्त, देखा यमुना घाटों का हाल
आयोजन स्थल पर पहुंचे मंडलायुक्त, देखा यमुना घाटों का हाल

संवाद सहयोगी, वृंदावन: यमुना जल को लेकर संतों की नाराजगी पर मंगलवार को मंडलायुक्त अमित गुप्ता कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक क्षेत्र पहुंचे। यहां घाटों का हाल देखा। मंडलायुक्त ने संतों से भी मुलाकात की और अगले शाही स्नान से पहले यमुना में जल पर्याप्त और शुद्ध करने आश्वासन दिया।

यमुना किनारे वसंत पंचमी से शुरू हुई कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में एक शाही स्नान हो चुका है। आयोजन के दौरान यमुना जल शुद्ध न होने से साधु-संतों में नाराजगी है। नाराजगी की भनक पर मंडलायुक्त मंगलवार को निरीक्षण को पहुंच गए। उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और उनकी समस्या जानीं। मंडलायुक्त ने यमुना किनारे शाही स्नान घाट का निरीक्षण किया। मंडलायुक्त ने संतों से कहा कि वह हर समस्या का समाधान करेंगे। हर हालत में शाही स्नान से पहले यमुना में पर्याप्त जल होगा और वह भी शुद्ध होगा। इस दौरान उन्होंने मेला परिसर में ही अधिकारियों के साथ बैठक की और बैठक क्षेत्र की अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की। बताते चलें कि 27 फरवरी को पहले शाही स्नान पर यमुना में पानी की मात्रा काफी कम थी। इसे लेकर संत नाराज हैं और नौ मार्च को होने वाले दूसरे शाही स्नान पर यमुना में पर्याप्त और शुद्ध पानी चाहते हैं। डीएम नवनीत चहल, मेलाधिकारी नागेंद्रप्रताप, नगर आयुक्त रविद्र कुमार मांदड़, उपमेलाधिकारी क्रांतिशेखर समेत अनेक विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। वृंदावन की भूमि पर साधना हर साधक की इच्छा: बाबा कमलदास : वृंदावन की भूमि पर साधना करना हर साधक की इच्छा रहती है। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में रहने वाले साधु कमलदास महाराज कहते हैं कि वृंदावन में साधना करने का मौका मिला है। देश के दूसरे कुंभों में भी शामिल हुए हैं। यहां साधना करने का अवसर भी सौभाग्य की बात है।

श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा से संबंध रखने वाले बाबा कमलदास कहते हैं कि पिछली कुंभ बैठक से व्यवस्थाएं बेहतर हैं। आगे आने वाले समय में और भी सुव्यवस्थित हो जाएगा। शुरुआत में जरूर लगा था कि इस बार व्यवस्थाएं नहीं मिल सकेंगी, लेकिन अब सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। यहां से एकत्रित होकर हरिद्वार कुंभ के लिए सभी साधु-संत एकसाथ प्रस्थान करेंगे।

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