कार्तिक नियम सेवा को भक्तों ने डाला वृंदावन में डेरा

परिक्रमा दीपदान समेत अनेक धार्मिक आयोजनों का ले रहे आनंद जागरण संवाददाता वृंदावन कार्तिक के महीने में की गई साधना सालभर में सबसे अधिक फलदायक होती है। यही कारण है कि देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु वृंदावन में आकर कार्तिक नियम सेवा कर पंचकोसीय परिक्रमा कर रहे हैं। शरद पूर्णिमा के बाद शुरू हुए कार्तिक के महीने में नियम सेवा में श्रद्धालु सप्तदेवालयों में होने वाली सुबह की मंगला आरती से लेकर शयनभोग आरती तक एक मंदिर से दूसरे मंदिर दर्शनों का नियम कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। गौड़ीय संप्रदाय में कार्तिक के महीने को दामोदर मास के रूप में मनाया जाता है। सुबह मंगला आरती से लेकर पंचकोसीय परिक्रमा और दिनभर मंदिरों में होने वाले आयोजनों में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। सप्तदेवालयों में होने वाली मंगला आरती में श्रद्धालुओं की भीड़ इसी बात का परिचायक है कि जो लोग कार्तिक नियम सेवा करने पहुंच हैं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 12:02 AM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:04 AM (IST)
कार्तिक नियम सेवा को भक्तों ने डाला वृंदावन में डेरा
कार्तिक नियम सेवा को भक्तों ने डाला वृंदावन में डेरा

वृंदावन: कार्तिक के महीने में की गई साधना सालभर में सबसे अधिक फलदायक होती है। यही कारण है कि देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु वृंदावन में आकर कार्तिक नियम सेवा कर पंचकोसीय परिक्रमा कर रहे हैं। शरद पूर्णिमा के बाद शुरू हुए कार्तिक के महीने में नियम सेवा में श्रद्धालु सप्तदेवालयों में होने वाली सुबह की मंगला आरती से लेकर शयनभोग आरती तक एक मंदिर से दूसरे मंदिर दर्शनों का नियम कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।

गौड़ीय संप्रदाय में कार्तिक के महीने को दामोदर मास के रूप में मनाया जाता है। सप्तदेवालयों में होने वाली मंगला आरती में श्रद्धालुओं की भीड़ इसी बात का परिचायक है कि जो लोग कार्तिक नियम सेवा करने पहुंच हैं, सोमवार से शुरू हुई ये नियम सेवा कार्तिक पूर्णिमा तक अनवरत रूप से चलेगी। भोर में सबसे पहले राधादामोदर मंदिर में मंगला आरती करने के बाद श्रद्धालुओं ने राधाश्यामसुंदर, राधारमण, गोविद देव, गोकुलानंद समेत अनेक मंदिरों की मंगला आरती की और फिर पंचकोसीय परिक्रमा को निकल लिए। यमुना स्नान और पूजन कर श्रद्धालुओं ने पंचेकोसीय परिक्रमा शुरू कर दी। परिक्रमा करने के बाद ठा. बांकेबिहारी समेत अनेक मंदिरों में दर्शन किए और दोपहर को साधना के बाद शाम को आश्रमों में चल रहे सत्संग का आनंद उठाया और रात में दीप दान कर आराध्य की पूरे दिन की सेवा पूरी की। -इस्कॉन में जुटेंगे विदेशी भक्त-

कार्तिक नियम सेवा को इस्कॉन मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं ने डेरा डालना शुरू कर दिया है। सुबह मंगला आरती से लेकर शाम को दीपदान तक दिनभर धार्मिक आयोजनों में शामिल हो रहे हैं। इस्कॉन से इस महीने ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा भी शुरू होगी। जिसमें सैकड़ों विदेशी भक्त शामिल होंगे।

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