डिवाइस लगाएगी कर चोरी पर लगाम
जागरण संवाददाता, मथुरा: कर चोरी रोकने के लिए वाणिज्य कर विभाग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन डिवाइ
जागरण संवाददाता, मथुरा: कर चोरी रोकने के लिए वाणिज्य कर विभाग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) लगाने की तैयारी में है। इससे ई-वे बिल में गड़बड़ी करने वालों पर निगाह रखी जा सकेगी।
कम दूरी के ई वे बिल विभाग के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। ऐसे बिलों के सहारे कुछ व्यापारी व वाहन चालक माल की डिलीवरी के बाद उसी बिल से दूसरा चक्कर लगाते हैं। एक से लेकर 100 किमी तक की दूरी के लिए बिल में एक दिन की मियाद मिलती है। 100 से ज्यादा प्रति किमी पर एक-एक दिन बढ़ता जाता है। इसलिए व्यापारी कर चोरी का रास्ता अख्तियार करते हैं। छोटी दूरी कम समय में पूरी कर कुछ व्यापारी दूसरा या तीसरा चक्कर लगाकर कर चुकाए बिना माल की डिलीवरी कर रहे हैं। इसके बाद दूसरे बिल की आवश्यकता होती है। अब नई कवायद से इस पर लगाम लग सकेगी। अधिकारियों के मुताबिक कम दूरी वाले ई वे बिल से कर चोरी के मामले बढे़ हैं। इन्हें रोकने के लिए उन स्थानों पर डिवाइस लगाई जाएंगी, जहां सबसे ज्यादा वाहन जिले की सीमा में प्रवेश करते हैं। ऐसे करेगा काम-
डिवाइस लगाने के अलावा माल परिवहन करने वाली गाड़ियों में इसकी टै¨गग की जाएगी। ई वे बिल जनरेट होने के साथ ही आरएफआइडी नंबर डालते ही पूरी जानकारी ऑनलाइन फीड हो जाएगी। इसके चलते जितनी बार वाहन डिवाइस वाले स्थान से गुजरेगा उसका डाटा उतनी ही बार सिस्टम में फीड हो जाएगा। एक बिल से एक बार से ज्यादा परिवहन नहीं हो पाएगा। यहां हो रहा प्रयोग
कुछ शहरों में डिवाइस का प्रयोग होना बताया जा रहा है। इसमें गाजियाबाद व आगरा शामिल हैं। जल्द मथुरा में भी यह व्यवस्था कायम होगी।
आरएफआइडी लगाने की योजना बन रही है। इस विचार-विमर्श हो रहा है। कुछेक शहर में डिवाइस लग भी चुकी है। विनोद कुमार तिवारी, डिप्टी कमिश्नर वाणिज्य कर विभाग