खड़ी ट्रेन के इंजन पर चढ़कर किसान संगठनों का प्रदर्शन

पुलिस और प्रशासन की सख्ती के कारण किसान संगठन रेल नहीं रोक पाए

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 06:48 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 06:48 AM (IST)
खड़ी ट्रेन के इंजन पर चढ़कर किसान संगठनों का प्रदर्शन
खड़ी ट्रेन के इंजन पर चढ़कर किसान संगठनों का प्रदर्शन

संवाद सूत्र, राया: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के टिकैत और अंबावता पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने राया रेलवे स्टेशन पर खड़ी अछनेरा से कासगंज पैसेंजर के इंजन पर चढ़कर प्रदर्शन किए। पुलिस और प्रशासन की सख्ती के कारण किसान संगठन रेल नहीं रोक पाए। राया में पैसेंजर का दो मिनट का ठहराव है। इससे रेल यातायात पर किसानों के आंदोलन का प्रभाव नहीं पड़ा। भाकियू नेताओं ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर प्रदर्शन किया। वे नए कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाए जाने और लखीमपुर खीरी घटना को लेकर गृह राज्य मंत्री से त्यागपत्र देने मांग कर रहे थे। किसानों के आंदोलन के मद्देनजर मथुरा रेलवे जंक्शन और राया रेलवे स्टेशन पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट रहे।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र रघुवंशी और और अंबावता के जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर की अगुवाई में दोनों ही संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्र होकर राया स्थित रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। किसानों के रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर एसपी ग्रामीण श्रीश्चंद्र, एसडीएम महावन कृष्णा नंद तिवारी और एसडीएम मांट रामदत्त राम कई थानों के पुलिस के फोर्स के साथ स्टेशन पर पहुंच गए। अछनेरा से कासगंज जा रही पैसेंजर दोपहर 12 बजे राया स्टेशन पर पहुंची। पैसेंजर का यहां दो मिनट का ठहराव है। इसी बीच भाकियू पदाधिकारी और कार्यकर्ता ट्रेन के इंजन के ऊपर चढ़ गए। भाकियू नेता नए कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाए जाने और लखीमपुर खीरी घटना को लेकर गृह राज्य मंत्री से त्याग पत्र देने की मांग करते हुए केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राया स्टेशन से ट्रेन के कासगंज के लिए रवाना होने के समय पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाकियू के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को रेल लाइन से हटाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना कराया। भाकियू नेता बुद्धा सिंह और राजकुमार तोमर ने कहा, केंद्र सरकार किसानों की मांग को सुन नहीं रही है। लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर गृह राज्य मंत्री को अब तक अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए, लेकिन सरकार उनकी मदद कर रही है। उन्होंने कहा, जब तक उनकी मांग पूरी होने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान गजेंद्र सिंह परिहार, जगदीश परिहार, धीरी सिंह, तोरन सिंह, मुजाहिद कुरैशी, चंद्रवीर सिंह परिहार, चंद्रभान सिंह, उदयवीर सरपंच, लाल सिंह तोमर, अवधेश रावत, शिव कुमार, चरन सिंह, देवी सिंह, ब्रजमोहन परिहार, गिल्ला सिंह मौजूद रहे। मथुरा रेलवे जंक्शन पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सतर्क रहे। पुलिस की सख्ती के कारण जंक्शन किसान संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी नहीं पहुंच सके।

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