हताश अभ्यर्थियों ने किया खुदकशी का एलान

बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों की काउंस¨लग में करीब सौ अभ्यर्थियों का चयन निरस्त कर दिया। हवाला दिया गया कि आवेदन के दिन से पांच साल पहले तक यह अभ्यर्थी राज्य का निवासी होने का प्रमाणपत्र नहीं दे सके। इनमें अधिकांश वह हैं जिन्होंने अपनी पढ़ाई राज्य से बाहर जाकर की है। 64 मामले सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को रेफर कर दिए। दो चरणों में 597 अभ्यर्थियों की काउंसि¨लग हुई। इसमें 1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 11:54 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 11:54 PM (IST)
हताश अभ्यर्थियों ने किया खुदकशी का एलान
हताश अभ्यर्थियों ने किया खुदकशी का एलान

जागरण संवाददाता, मथुरा : मूल निवासी में कमी बताकर काउंसि¨लग के दौरान सूची से बाहर किए गए 155 चयनित सहायक अध्यापकों ने गुरुवार को डीएम कार्यालय पहुंचकर गुहार लगाई। बेहद दुखी और परेशान इन युवाओं ने बिलखते हुए आरोप लगाया कि बीएसए नियमों में मनमानी कर उनका भविष्य चौपट कर रहे हैं। वह दो दिन बाद धरना देंगे और फिर भी न्याय न मिला तो खुदकशी को मजबूर होंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग में प्रदेश में 68 हजार 500 सहायक अध्यापकों की भर्ती की गई है। जिले के लिए चयनित 597 अभ्यर्थियों की इसी माह दो चरणों में काउंसि¨लग की गई। इस दौरान 155 अभ्यर्थियों को महज इस कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया गया कि उनके पास मूल निवास प्रमाणपत्र सही नहीं थे। असल में इन अभ्यर्थियों से पांच साल जिले या राज्य में निवास का प्रमाणपत्र मांगा था। इसकी व्याख्या जिला चयन समिति ने इस तरह कर ली कि इस अवधि में अगर अभ्यर्थी ने बाहर रहकर पढ़ाई की है तो उसका मूलनिवास प्रमाणपत्र सही नहीं है। यह अभ्यर्थी गुरुवार को दोपहर डीएम कार्यालय पहुंचे। डीएम के न मिलने पर वह सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। यहां डिप्टी कलेक्टर आरसी पांडेय को ज्ञापन दिया। इनका कहना था कि अन्य जिलों में ऐसा कोई नियम नहीं माना जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद की सचिव रूबी ¨सह के पत्र का भी हवाला उन्होंने दिया। गोरखपुर की प्रतिभा यादव, पूजा, शिवकुमार ¨सह आदि के साथ सभी चयनित अभ्यर्थियों ने एक स्वर में कहा कि वह बेहद परेशान हैं। दो दिन बाद वह धरने पर बैठेंगे। फिर भी बात नहीं बनी तो खुदकशी करने को विवश होंगे। --दे दिए गए मान्य करने के निर्देश--

जिला चयन समिति के अध्यक्ष डायट प्राचार्य डॉ. मुकेश अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने सभी जगह इस मसले में राय ली थी। अब जब अन्य जिलों में भी ऐसे अभ्यर्थियों को मान्यता दे दी गई है तो उन्होंने भी बीएसए को इसे मान्य करने के दो दिन पहले निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही नए सिरे से सूची जारी कर दी जाएगी।

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