यमुना जल में गंदगी, घाटों पर कूड़ा

कार्तिक माह की पूर्णिमा पर होने वाले दीपदान कार्यक्रम को लेकर नगर निगम ने अपनी जिम्मेदारी तक ठीक से नहीं संभाली है। यमुना जल में जहां गंदगी देखने को मिल रही है। वहीं घाटों पर कूड़ा पड़ा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:51 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:51 AM (IST)
यमुना जल में गंदगी, घाटों पर कूड़ा
यमुना जल में गंदगी, घाटों पर कूड़ा

जागरण संवाददाता, मथुरा: कार्तिक माह की पूर्णिमा पर होने वाले दीपदान कार्यक्रम को लेकर नगर निगम ने अपनी जिम्मेदारी तक ठीक से नहीं संभाली है। यमुना जल में जहां गंदगी देखने को मिल रही है। वहीं घाटों पर कूड़ा पड़ा हुआ है। अधिकारियों ने साफ-सफाई को लेकर दावे तो बहुत से किए थे, लेकिन पूर्व संध्या पर सफाई बिल्कुल भी देखने को नहीं मिली।

रविवार को दैनिक जागरण की टीम विश्राम घाट और प्रयाग घाट पहुंची। यहां घाटों पर जगह-जगह फूल बिखरे हुए थे। देखने में ऐसा लग रहा था कि मानों पिछले कई दिनों से घाटों पर झाडू ही नहीं लगाई गई है। इतना ही नहीं यमुना का जल भी गंदा था। निगम अधिकारी चाहते तो घाट किनारे कर्मचारियों से सफाई करा सकते थे। क्योंकि यमुना के प्रमुख घाटों पर समाज सेवी संस्था दीपदान करती हैं। इससे यमुना के विश्राम घाट, स्वामी घाट, गऊघाट, श्याम घाट, प्रयाग घाट, राम घाट, सतिघाट, ध्रुव घाट आदि जगमग हो उठते हैं। हजारों की संख्या में श्रद्धालु यमुना घाट पहुंचते हैं। इसको लेकर पूर्व में कई दिन पहले से प्रचार-प्रसार होता था। लेकिन इस बार कोरोनाकाल की वजह से सादगी पूर्ण तरीके से दीपदान कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसको लेकर नगर निगम के अधिकारी साफ-सफाई को लेकर उदासीनता बरत रहे हैं। रविवार को भी घाट गंदगी से अटे पड़े थे। देखने में ऐसा लग रहा था कि मानों पिछले कई दिनों से यहां कोई साफ सफाई करने तक नहीं आया है। - घाटों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो सुबह-शाम घाटों की सफाई करेंगे। सुबह चूना भी डाला जाएगा। लाइट भी लगवाई जा रही हैं। घाटों पर बंदरों का आतंक है। वह घाट पर गंदगी फैला देते हैं।

एसएस यादव, जेडएसओ - नगर निगम

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