उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मन्नत

आस्था के महापर्व छठ पूजा का हुआ समापन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:37 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:37 PM (IST)
उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मन्नत
उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर मांगी मन्नत

मथुरा, जासं: एक तो सर्द मौसम उस पर बर्फ जैसा ठंडा पानी। बावजूद आस्था की गरमाहट इन सब कारणों पर भारी पड़ रही थी। महिलाओं ने काफी देर तक पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। इसी के साथ आस्था के महापर्व का भी समापन हो गया।

रात को बूंदा-बांदी के साथ मौसम में अचानक बदलाव आ गया। इसके बावजूद व्रतियों के कदम डगमगाए नहीं। रात के अंधेरे में ही रिफाइनरी स्थित नगर चौपाल समेत कई घाटों पर श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया। हाथ में पूजा की थाली लिए लोग पानी में उतर गए। काफी देर के इंतजार के बाद सूर्योदय हुआ, तो पानी में खड़े श्रद्धालुओं के चेहरों पर भी लालिमा बिखर गई। सूर्य को अ‌र्घ्य दिया गया, फिर कलश और वेदी का विसर्जन कर व्रत पूरा हुआ। अ‌र्घ्य देने के बाद घाट पर प्रसाद वितरण और बड़ों से आशीर्वाद लेने का दौर शुरू हुआ। छठव्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत पूरा किया। पानी से बाहर निकलकर महिलाओं ने एक-दूसरे की मांग में ¨सदूर लगाकर सुहाग देने की परंपरा निभाई।

अखंड सौभाग्य के लिए लम्बा ¨सदूर महिलाओं ने लगा रखा था। महिलाओं ने बताया कि पति की दीर्घायु के लिए लंबा ¨सदूर लगाया जाता है। मान्यता है कि जितना लम्बा ¨सदूर होगा उतनी ही लंबी पति की आयु होगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में भारतीय सांस्कृतिक समाज के मीडिया प्रभारी शशि भूषण दुबे, उज्जवल कुमार, महेश शर्मा, बीबी ओझा, एसएन दुबे, अशोक कुमार, जीके श्रीवास्तव, नन्द किशोर शाह, टीएन कंठ, कामेश्वर पाठक, सूरज, प्रसाद, विनय ¨सह का सहयोग रहा।

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