रावत ने सैनिकों को दिया था सुखद पारिवारिक जीवन का मंत्र

जागरण संवाददाता मथुरा भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) विपिन रावत साढ़े ती

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 08:48 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 08:48 AM (IST)
रावत ने सैनिकों को दिया था सुखद पारिवारिक जीवन का मंत्र
रावत ने सैनिकों को दिया था सुखद पारिवारिक जीवन का मंत्र

जागरण संवाददाता, मथुरा: भारत के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) विपिन रावत साढ़े तीन साल पहले मथुरा आए थे। स्ट्राइक वन कोर में सैनिक और उनके परिवारों से अपनत्व से मिले। उनको सुखद पारिवारिक जीवन जीने का मंत्र दिया था। उन्होंने यहां के पुरालेख संग्रहालय को भी देखा।

तीनों सेनाओं के प्रमुख बनने से पहले विपिन रावत जब थल सेनाध्यक्ष थे, तब जुलाई 2018 में वह मथुरा में सेना की स्ट्राइक वन कोर मुख्यालय का दौरा करने आए थे। उनका यह पहला दौरा बताया गया। उनके साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी आईं थीं। रावत ने सैनिकों और उनके परिवार के लोगों से बड़ी आत्मीयता के साथ मुलाकात की। उनके परिवार के रहन-सहन की जानकारी की। उनके सुखद और सामंजस्य पूर्ण पारिवारिक जीवन यापन के प्रयासों की सराहना करते हुए उनको सुखद पारिवारिक जीवन जीने का मंत्र भी दिया। वह सेना के आवा स्कूल भी पहुंचे थे। मधुलिका रावत सैनिकों की पत्नियों से मिलीं। उनको महिला सशक्तीकरण का पाठ पढ़ाया था। मथुरा स्टेशन पर संचालित कार्यक्रमों की जानकारी की। सभी से उनका लाभ लेने को कहा था। इसके बाद रावत दंपती ने यहां के पुरालेख संग्रहालय का अवलोकन किया। वन स्ट्राइक कोर के प्रशिक्षण को देखा और उसमें सुधार के किए गए प्रयासों की भी उन्होंने तारीफ थी।

सेवानिृवत्त कर्नल विक्रम सिंह ने बताया, जब वह जम्मू कश्मीर में तैनात थे, सीडीएस रावत उस समय कोर कमांडर थे। वह साधारण स्वभाव और सभी की मदद करने वाले थे। हालांकि मेरी उनसे कभी मुलाकात नहीं हुई।

कैंडल जला दी सीडीएस को श्रद्धांजलि: बुधवार को हेलिकाप्टर कैश में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी को मथुरा स्पोटर्स स्कूल के खिलाड़ियों ने मोमबत्ती जलाकर व उनके चित्रपट पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने उन्हें देश हित में कार्य करने वाला जाबांज बताया। इस दौरान सभी ने दो मिनट का मौन भी धारण किया।

विद्यालय प्रबंधन, पूर्व कैप्टन आर्मी हरचरण सिंह मावई एवं पूर्व फौजियों ने भी अपने अधिकारी को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी। तलवार बाज कन्हैया गुर्जर ने कहा कि ऐसा महान व्यक्ति देशवासियों के दिल में सदैव जीवित रहेगा जिसने भारतीय सेना में रहते हुए पाकिस्तान को न केवल मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाई। सभी खिलाड़ियों ने इस घटना में काल का ग्रास बने सभी योद्धाओं को नम आंखों से श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस दौरान प्रधानाचार्य शिवम शर्मा, तानिया कुमारी, रितिका कुमारी, खुशी, गोपाल, बंशी, सुरेश आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी