दशहरा पर नहीं होगा बांकेबिहारी का दीदार

कोरोनकाल में लगातार दूसरे साल भी भक्तों को पर्व-उत्सवों पर नहीं मिल रहे आराध्य के दर्शन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:07 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:07 AM (IST)
दशहरा पर नहीं होगा बांकेबिहारी का दीदार
दशहरा पर नहीं होगा बांकेबिहारी का दीदार

संवाद सहयोगी, वृंदावन: कोरोना की दूसरी लहर भले ही शांत हो गई हो, लेकिन खतरा अब भी टला नहीं है। यही कारण है कि सरकार ने क‌र्फ्यू में ढील तो दी है, पर वीकेंड क‌र्फ्यू से मुक्ति अब तक नहीं मिली है। ऐसे में वीकेंड क‌र्फ्यू की बंदिशों में आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन भी भक्तों को नहीं हो रहे हैं और दशहरा रविवार को पड़ रहा है। सामान्य दिनों में दशहरा पर्व पर आराध्य के दर्शन को लाखों श्रद्धालु वृंदावन में डेरा डालते रहे हैं, लेकिन लगातार दूसरी साल भी गंगा दशहरा पर अब श्रद्धालुओं को ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन नहीं हो पाएंगे।

गंगा दशहरा 20 जून को और निर्जला एकादशी का पर्व 21 जून को पड़ रहा है। इन दोनों दिनों में ठा. बांकेबिहारी के दर्शन और पंचकोसीय परिक्रमा के साथ दान-पुण्य करने को देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु हर साल वृंदावान में डेरा डालते रहे हैं, लेकिन कोरोनाकाल में पिछले साल भी लाकडाउन और इस बार भी वीकेंड क‌र्फ्यू की बंदिशें श्रद्धालुओं के कदमों को रोक रही हैं। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर का असर अब पूरी तरह कम होता नजर आ रहा है। हालात भी सामान्य हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने वीकेंड क‌र्फ्यू में किसी तरह की छूट नहीं दी है। वीकेंड क‌र्फ्यू में बांकेबिहारी समेत सभी मंदिरों में भक्तों की एंट्री भी बंद रहती है। तो दशहरा पर्व पर आराध्य के दर्शन भी भक्तों को सुलभ नहीं हो सकेंगे। लगातार दूसरे साल कारोबार जमीन पर: भक्तों की भीड़ से गुलजार रहने वाली बांकेबिहारी की नगरी में इन दिनों सन्नाटा पसरा है। दिनभर में तय संख्या में आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन के नियमों ने श्रद्धालुओं के कदम रोक रखे हैं। ऐसे में जो श्रद्धालु दर्शन को आ रहे हैं, वे सुबह आकर शाम को निकल जाते हैं। बांकेबिहारी मंदिर के आसपास की नाश्ता, चाट, लस्सी आदि की दुकानें हों अथवा मुकुट-श्रृंगार का कारोबार से लेकर होटल-गेस्टहाउसों में सन्नाटा पसरा हुआ है।

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