निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारियों का प्रदर्शन

यूपीबीयू जिला सचिव केके पांडेय ने बताया कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को समाप्त कर निजीकरण कर उन्हें कारपोरेट सेक्टर को बेचना चाहती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:53 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:53 AM (IST)
निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारियों का प्रदर्शन
निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारियों का प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, मथुरा : एआइबीईए व यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर सोमवार को होली गेट शाखा पर जिले के बैंक कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया। यूपीबीयू जिला सचिव केके पांडेय ने बताया कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को समाप्त कर निजीकरण कर उन्हें कारपोरेट सेक्टर को बेचना चाहती है। सरकार कर्मचारियों की सेवा शर्तों को भी बदलने जा रही है। किसानों के खिलाफ संसद में विधेयक लाकर उनके हितों के साथ खिलवाड़ किया है। इस नीति के चलते देश में सरकारी नौकरियां खत्म होने से बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। इसके चलते राष्ट्र व्यापी आह्वान पर 26 नवंबर को देश की सभी ट्रेड यूनियन हड़ताल करने जा रही हैं। अध्यक्ष जगमोहन शर्मा ने सभी से हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया है। इसमें कमल नारायण चतुर्वेदी, एनसी शर्मा, महेंद्र पाल शर्मा, योगेंद्र माहेश्वरी, विजय शर्मा, हर्ष भाटिया और सौरभ चौधरी मौजूद रहे।

अनिश्चितकालीन धरना 21वें दिन भी जारी

मथुरा : अखिल भारतीय समता फाउंडेशन द्वारा सरकार की जन विरोधी नितियों के विरोध में दिया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना 21वें दिन भी जारी रहा। लुकेश कुमार राही ने बताया कि 21वें दिन धरने का नेतृत्व हर्रो चौधरी ने किया। कहा, संघी सरकारें राष्ट्रवाद का नारा देकर आम जनता को भ्रमित कर रही हैं। इसमें मुन्ना लाल, प्रवेंद्र ठाकुर, चीनू, गोलू, सुनील कुमार, विक्रम शर्मा, महेंद्र, बबलू, गिरधारी शर्मा, टीकम सिंह, विकास चौधरी, सौदान सिंह, रविशंकर प्रसाद सिंह, राजकुमार और भारत सिंह शामिल रहे।

पंचायत घर के लिए तीसरी बार आमरण अनशन

नौहझील : ग्राम पंचायत शंकरगढ़ी का पंचायत घर जिला पंचायत राज अधिकारी के लिए समस्या का सबब बन गया है। डीपीआरओ डा. प्रीतम सिंह तत्कालीन प्रधान सुरेश देवी महिपाल सिंह व विकास अधिकारी स्वर्ण सिंह के खिलाफ वसूली की कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन को लिख चुके हैं, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। इसके लिए शंकरगढ़ी निवासी पंडित देवकीनंदन शर्मा पंचायत घर की समस्या का न्याय संगत समाधान न होने के चलते तीसरी बार ब्लाक परिसर में आमरण अनशन पर बैठे हैं। दरअसल, पंचायत भवन विवादित है। इस पर कुछ लोगों ने पहले कब्जा कर लिया था। शिकायत पर उसमें रह रहे लोगों को बाहर निकाल दिया गया, लेकिन उनका सामान अभी भरा है। इसे लेकर देवकीनंद शर्मा पहले भी दो बार अपने निवास पर अनशन पर बैठ चुके हैं। उन्हें मनाने के लिए नायब तहसीलदार हेमंत कुमार भी धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन वह नहीं माने।

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