ओडिसी कलाकारों ने बांधा शमां

जागरण संवाददाता, वृंदावन: लय, ताल और घुंघरुओं की झंकार के साथ शास्त्रीय संगीत के स्वरों से गूंजता वृ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jun 2018 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jun 2018 11:22 PM (IST)
ओडिसी कलाकारों ने बांधा शमां
ओडिसी कलाकारों ने बांधा शमां

जागरण संवाददाता, वृंदावन: लय, ताल और घुंघरुओं की झंकार के साथ शास्त्रीय संगीत के स्वरों से गूंजता वृंदावन शोध संस्थान के प्रेक्षागृह का मंच संगीत प्रेमियों को मुग्ध कर गया। देश के विभिन्न प्रांतों से आए संगीतज्ञों की मौजूदगी में वेणुनाद कलाकेंद्र की कलाकारों ने जब ओडीसी नृत्य की प्रस्तुति दी तो हर कोई संगीत के स्वरों में डूबा नजर आया।

सांस्कृतिक संस्था बांसुरी केअखिल भारतीय लोकनृत्य एवं नाट्यकला के आयोजन में संगीत प्रेमी राग और अलंकारों के स्वरों में डूबे नजर आए। समारोह का उद्घाटन करते हुए नगर निगम में पार्षद दल के उपनेता राधाकृष्ण पाठक ने कहा कि ब्रजभूमि रस की भूमि है। स्वामी हरिदास जैसे संगीतज्ञ की साधना भूमि होने के नाते हर संगीतज्ञ के लिए ये भूमि तीर्थ के समान है और यहां प्रस्तुति देना हर संगीतज्ञ की इच्छा रहती है। समारोह में गुरु केशवदेव ¨सह ने कहा लोकनृत्य एवं लघुनाटक के माध्यम से हम सब एकजुट हुए हैं। यह हमारी प्राचीन संस्कृति है, सांस्कृति को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए हमारा सतत प्रयास निरंतर जारी रहना चाहिए। वृंदावन शोध संस्थान के चेयरमैन आरडी पालीवाल ने कार्यक्रम की सफलता के लिए संस्था को बधाई दी। संस्था अध्यक्ष विनय गोस्वमी ने बताया ब्रज की लोककला संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। संस्था की ओर से पहली बार प्रयास किए गए हैं कि भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतों की संस्कृति को वृंदावन में एक मंच पर प्रस्तुति करवाई जाए। यह कार्यक्रम सांस्कृतिक पर्यटन को समर्पित है। वेणुनाद कला केंद्र के कलाकारों ने निदेशिका कुंजलता बेहरा के निर्देशन में ओडीसी नृत्य प्रस्तुत किया। योग अनुसंधान परिषद, आसाम नाट्य परिषद, आसामी नृत्य, बाहुबली योग नृत्य ने ओडिसी प्रस्तुति देकर संगीतज्ञों को मुग्ध कर दिया। शोध संस्थान निदेशक सतीशचंद्र दीक्षित, प्रताप नारायण बेहरा, गार्गी गोस्वामी, सीता अग्रवाल, प्रदीप बनर्जी, सुधीर शुक्ला, मेघश्याम वाष्र्णेय, विजय शर्मा मौजूद रहे। संचालन विनय गोस्वामी व धन्यवाद ज्ञापन सारिका खंडेलवाल ने किया।

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