कोंह में 40, पिपरौठ में डेंगू के 11 नए मरीज

कोंह में बुखार से पीड़ित महिला की मौत जचौंदा के युवक का भी निधन स्क्रब टाइफस नामक नई बीमारी के 26 नए मरीज मिले बढ़ी चिता

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 05:13 AM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 05:13 AM (IST)
कोंह में 40, पिपरौठ में डेंगू के 11 नए मरीज
कोंह में 40, पिपरौठ में डेंगू के 11 नए मरीज

जागरण संवाददाता, मथुरा: बुखार ने कोंह में हाहाकार मचा दिया है। रविवार को डेंगू के नए 40 मरीजों की पुष्टि हुई है। अब तक कोंह में 62 डेंगू मरीज मिल चुके हैं। जबकि फरह के ही पिपरौठ गांव में डेंगू के 11 मरीज मिले। जबकि सकरावा में एक मरीज समेत जिले में 74 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। रविवार को निजी हास्पिटल में बुखार से पीड़ित बुजर्ग महिला और जचौंदा के युवक की जयपुर में मौत हो गई। जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या अब 12 हो गई है। कोंह में स्क्रब टाइफस नाक बीमारी से पीड़ित 26 मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने अफरा-तफरी मच गई। कोंह के बाद अब लखनऊ और दिल्ली की टीम ने जचौंदा गांव डेरा जमा लिया है।

फरह विकास खंड क्षेत्र के गांव कोंह में तीन सप्ताह से बुखार ने कोहराम मचा रखा है। तीन दिन के बाद 70 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी लक्ष्मण सिंह की बुखार से मौत हो गई है। मुन्नी कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी। रविवार सुबह ही स्वजन मुन्नी देवी को निजी हास्पिटल ले गए। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई। अब कोंह में बुखार से मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। करीब पांच हजार की आबादी वाले गांव में तीन सौ से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं। इनमें से करीब सौ मरीज निजी हास्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं। उधर, गोवर्धन विकास खंड क्षेत्र के गांव जचौंदा में भी 22 वर्षीय भगवान सिंह पुत्र इतवारी की मौत हो गई है। युवक को 22 जुलाई को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। जहां हालत में सुधार न होने पर स्वजन जयपुर ले गए। जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही जचौंदा में बुखार से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। जचौंदा में अब तक 103 मरीज बुखार से पीड़ित हैं। 58 लोगों का ब्लड सैंपल लिया गया है। कोंह के बाद लखनऊ और दिल्ली से पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी जचौंदा में डेरा डाल दिया है। उधर, सकरवा में एक दर्जन से अधिक ग्रामीण बुखार से पीड़ित हैं। इनमें से दो मरीजों का इलाज निजी हास्पिटल में चल रहा है। इनमें से एक की डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। अब जिले में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 63 हो गई है। जो जिला अस्पताल, संयुक्त जिला अस्पताल के साथ आगरा, मथुरा के निजी हास्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं। दिमाग पर सीधा असर डालता है स्क्रब टाइफस

मथुरा : कोंह में स्क्रब टाइफस के 26 मरीज मिले हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी मच गई है। स्क्रब टाइफस एक तरह का बुखार ही होता है, लेकिन दो हजार लोगों में से एक-दो व्यक्तियों में ही ये बीमारी पाई जाती है। पूर्व में राजस्थान और मध्यप्रदेश में ही स्क्रब टाइफस की वजह से हाहाकार मच चुका है। इसकी पुष्टि लखनऊ की टीम द्वारा लिए गए सैंपल की हुई जांच में हुआ है।

रविवार को स्वास्थ्य विभाग को लखनऊ से एक रिपोर्ट मिली, जिसे देखने के बाद जिम्मेदारों की नींद उड़ गई। आशंका जताई जा रही है कि कोंह में लगातार हुई मौत के पीछे स्क्रब टाइफस एक वजह हो सकती है। डेंगू से कई गुना अधिक तेजी से स्क्रब टाइफस का बैक्टीरिया लिवर और माइंड पर अटैक करता है। इसकी वजह से मौत की आंशका अधिक हो जाती है. सिटी हास्पिटल के डा. गौरव भारद्वाज ने बताया कि स्क्रब टाइफस का बुखार के लक्षण तो सामान्य होते हैं, लेकिन मरीज के तीन से चार दिन में गंभीर हालत में पहुंचा देता है। स्क्रब टाइफस एक जीवाणुजनित संक्रमण है। इसके लक्षण कुछ-कुछ चिकनगुनिया जैसे ही होते हैं। डा. अंशु शर्मा मेडिक्लीनिक की सीनियर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डा. अंशु शर्मा ने बताया कि यह स्क्रब टाइफस माइट के काटने से होता है। इसमें बुखार ठंड के साथ आता है। पांचवें दिन उल्टी के साथ काले दाने निकलना शुरू हो जाता है। पुरानी लकड़ी में पनपता है स्क्रब टाइफस- - विशेषज्ञों का कहना है कि स्क्रब टाइफस एक तरह का कीड़ा होता है। यह बहुत पुरानी लकड़ी में पनपता है। यह खटमल की तरह होता है। शरीर में कहीं भी काट लेने से बुखार का आना शुरू हो जाता है। बुखार आने पर इलाज लेना बेहद जरूरी है।

--कोंह में 40 डेंगू के नए मरीजों की पुष्टि हुई है। 26 स्क्रब टाइफस के मरीज मिले हैं। सभी मरीजों का इलाज जिला अस्पताल, संयुक्त जिला अस्पताल और निजी हास्पिटलों में चल रहा है।

डा. रचना गुप्ता, सीएमओ

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