डेंगू से युवक की मौत, 30 मिले पाजिटिव

लगातार बढ़ रही है संख्या अस्पताल में नहीं है जगह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 06:56 AM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 06:56 AM (IST)
डेंगू से युवक की मौत, 30 मिले पाजिटिव
डेंगू से युवक की मौत, 30 मिले पाजिटिव

जासं, मैनपुरी: जिले में डेंगू और बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इलाज के दौरान भाजपा नेता के पुत्र की आगरा में मौत हो गई, जबकि 30 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पतालों में जगह न होने की वजह से ज्यादातर तीमारदार अपने मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में लेकर जा रहे हैं।

बेवर थाना क्षेत्र के गांव रेवारेमऊ निवासी भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य प्रमोद कठेरिया के पुत्र आकाश (20) की इलाज के दौरान आगरा के निजी अस्पताल में मौत हो गई। स्वजन का कहना है कि आकाश सप्ताह भर से बुखार से बीमार थे। यहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। बुधवार की शाम आई रिपोर्ट में 30 नए मरीजों में डेंगू बुखार की पुष्टि हुई है।

शहर में भी मरीजों की स्थिति खराब है। हर कालोनी में डेंगू के मरीज मौजूद हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी में जगह ही नहीं है। लगभग सभी बिस्तरों पर मरीज भर्ती हैं। जगह न होने के कारण तीमारदार अपने मरीजों को प्राइवेट नर्सिंग होम और अस्पतालों में महंगा इलाज कराने को मजबूर हैं।

डीएम ने अस्पताल में देखी स्थिति

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बुधवार की शाम जिला अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। इमरजेंसी में उन्होंने मरीजों से बात कर स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि तीन शिफ्टों में छह चिकित्सक और नौ स्टाफ नर्सों को लगाया गया है। डेंगू, सर्जिकल और अन्य वार्डों में चौबीस घंटे फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स उपस्थित रहकर मरीजों की सेहत की निगरानी करेंगे। उन्होंने सीएमएस डा. अरविद कुमार गर्ग से कहा कि वे स्वयं इमरजेंसी और इनडोर मे बुखार पीड़ितों से बात कर उनकी स्थिति की जानकारी करते रहें। डेंगू जांच पर नौ पैथोलाजी सील, छह को नोटिस

जासं, मैनपुरी : बुखार के बढ़ते प्रकोप के दौरान डेंगू की लैब रिपोर्ट जारी करने पर अब प्रशासन की त्यौरियां चढ़ गई हैं। बगैर पंजीकरण संचालित हो रही नौ पैथोलाजी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया गया है। वहीं सात संचालकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। प्रशासनिक कार्रवाई के अब पैथोलाजी संचालकों में खलबली मच गई है।

जिले में अगस्त से शुरू हुआ बुखार का कहर अब जानलेवा होने लगा है। जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ और सीएचसी व पीएचसी में सुविधा न होने की वजह से ज्यादातर मरीज प्राइवेट लैब पर पहुंच रहे हैं। किटों के जांच कराने पर डेंगू बुखार के लक्षण बताए जा रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सक भी इन्हीं रिपोर्ट के आधार पर इलाज दे रहे हैं, लेकिन अब बुखार से मौतों की संख्या बढ़ती देख प्रशासनिक कार्रवाई शुरू करा दी गई है।

बुधवार को डीएम के निर्देश पर एडीएम रामजी मिश्र के नेतृत्व में शहर में अपंजीकृत पैथोलाजी के खिलाफ अभियान चलाया गया। शहर में शांति पैथोलाजी एंड एक्स-रे सेंटर, दयाल पैथ केयर, पैथ काइंड, पारस पैथोलाजी, पारुल पैथोलाजी, आदर्श पैथोलाजी, माडर्न डायग्नोस्टिक सेंटर सहित नौ पैथोलाजी को सील कर दिया गया। वहीं मैनपुरी जांच केंद्र, डा. जितेंद्र सिंह क्लीनिक, डा. सत्य प्रकाश शाक्य, राम रघु क्लीनिक, सिद्धार्थ पैथोलाजी, नवजीवन हास्पिटल, सन राइज पैथोलाजी पर मानकों की अनदेखी मिलने पर संचालकों को नोटिस जारी कर अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए।

सीएमओ डा. पीपी सिंह ने बताया कि पुनीता पैथोलाजी का पंजीकरण तो है, लेकिन इनके यहां मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं। बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण में भी लापरवाही बरती गई थी। इस कारण पैथोलाजी को सील कर नोटिस जारी किया गया है। कार्रवाई के दौरान डिप्टी सीएमओ और नोडल अधिकारी डा. आरपी सिंह एवं डा. राज विक्रम व रवींद्र सिंह गौर उपस्थित थे।

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