अवैध संबंध के शक में की थी पत्नी की हत्या
खुदकुशी दर्शाने के लिए फंदे पर लटका दिया था पति ने शव गांव के युवक के खिलाफ दर्ज कराई थी छेड़खानी की रिपोर्ट
संसू, भोगांव: क्षेत्र के गांव छिबकरिया निवासी ममता देवी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि अवैध संबंध के शक में पति ने ही उसकी हत्या की थी। पुलिस ने घटना का राजफाश कर आरोपित पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
छिबकरिया निवासी ममता देवी का शव पांच अक्टूबर को फंदे पर लटका मिला था। ममता देवी के पति का आरोप था कि गांव के निवासी रिकू द्वारा ममता के साथ छेड़खानी की जाती थी। इसी से परेशान होकर ममता ने खुदकुशी की है। घटना की रिपोर्ट रिकू के खिलाफ छेड़खानी और खुदकुशी के लिए विवश करने के आरोप में दर्ज कराई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो पता चला कि ममता की गला घोटकर हत्या की गई है। पुलिस ने अपनी छानबीन को आगे बढ़ाया तो ममता के पति रामशरन के खिलाफ सुबूत मिलने शुरू हो गए। रविवार को पुलिस ने आरोपित पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
सीओ भेागांव अमर बहादुर ने बताया कि आरोपित ने स्वीकार किया कि उसे शक था कि उसकी पत्नी के रिकू के साथ अवैध संबंध हैं। उसने पत्नी को हिदायत दी थी कि वह रिकू से बातचीत न करें, लेकिन पत्नी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा तो उसने पत्नी की हत्या करने का निर्णय लिया। घटना वाले दिन उसने पत्नी की हत्या करने के बाद घटना को खुदकुशी दर्शाने के इरादे से खुद ही फंदे पर लटका दिया था। पकड़े गए आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया है। छात्रा दुष्कर्म-हत्याकांड में एसआइटी की जांच जारी
जासं, मैनपुरी: छात्रा दुष्कर्म-हत्याकांड की जांच कर रही एसआइटी अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। रविवार को भी एसआइटी के सदस्य सुराग तलाशने में जुटे रहे। जिले के लोगों को घटना का राजफाश होने का इंतजार है।
दो साल पहले कक्षा 11 की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच में तेजी आ गई है। नई एसआइटी लगातार सुराग तलाशने में जुटी हुई है। कई लोगों के रक्त के नमूने डीएनए जांच को लिए गए हैं। पूछताछ का क्रम भी जारी है। नई एसआइटी को भी तीन सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है। जिले के लोग जांच में प्रगति को लेकर चर्चा करते हैं।
नई एसआइटी गठित होने के बाद पीड़ित परिवार को भी न्याय मिलने की उम्मीद लगी है। परिवार को सुरक्षा भी दी गई है। छात्रा के माता-पिता भी घटना का राजफाश होने की उम्मीद लगाए हुए हैं। छात्रा के माता-पिता ने घटना की जांच सीबीआइ से कराने को एक याचिका करीब डेढ़ साल पहले उच्च न्यायालय में प्रस्तुत की थी, जिसमें जल्द सुनवाई होने वाली है।