मजबूरी का फायदा उठा रहे फल विक्रेता

कोरोना संक्रमण में फल विक्रेता 240 रुपये प्रति किलो तक सेब और 60 रुपये में एक पीस कीवी बेच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 04:25 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 04:25 AM (IST)
मजबूरी का फायदा उठा रहे फल विक्रेता
मजबूरी का फायदा उठा रहे फल विक्रेता

जासं, मैनपुरी : कोरोना संक्रमण में मुनाफाखोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। लाकडाउन में लोगों की मजबूरी का फायदा उठा मनमाने दामों पर फल और सब्जियों की कालाबाजारी कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा रेट निर्धारित न किए जाने से इनके हौसले बुलंद हैं।

जिले में रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। बड़ी संख्या में होम आइसोलेट हैं। ज्यादातर को बुखार और दूसरी समस्याओं की वजह से कमजोरी महसूस हो रही है। चिकित्सकों द्वारा दवाओं के साथ फलों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है, लेकिन फल विक्रेता कालाबाजारी कर रहे हैं। लोगों की मजबूरी और जरूरत को देखते हुए फलों की कीमतों में बेतहासा बढ़ोतरी कर दी गई है।

शहर के भांवत चौराहा पर तो अलग ही रेट रहते हैं। यहां अच्छी क्वालिटी के सेब 240 रुपये किलो तक बेचे जा रहे हैं। प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक माना जाने वाला कीवी 60 से 80 रुपये पीस बेचा जा रहा है। किसी भी दुकानदार द्वारा अपनी दुकान पर फलों के रेट की लिस्ट चस्पा नहीं की गयी है। प्रशासन द्वारा भी रेट निर्धारित नहीं किए गए हैं। अब इस कालाबाजारी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों ने जिलाधिकारी से सब्जियों और फलों के दाम निर्धारित कराए जाने की मांग की है।

ऐसे कर दिए रेट (प्रति किलो) सामग्री, नए रेट, पुराने रेट

सेब, 240 रुपये, 100 और 80 रुपये

कीवी, 70 रुपये पीस, 25 रुपये पीस

केला, 60 रुपये, 25 रुपये

संतरा, 270 रुपये, 80 रुपये

मौसमी जूस, 100 रुपये गिलास, 25 रुपये गिलास कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अब कार्रवाई कराई जाएगी। हर दुकानदार को अपनी दुकान के बाहर उपलब्ध सामग्री का रेट चस्पा करना होगा। यदि उससे ज्यादा बेचा और शिकायत मिलती है तो सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।

ऋषिराज, एसडीएम सदर।

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