बुखार से दो महिलाओं की मौत, 23 में डेंगू की पुष्टि

बुखार से मौतों को काबू में नहीं कर पा रहे अफसर कुरावली और ज्योती खुड़िया में मौत से फैली दहशत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:56 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:56 AM (IST)
बुखार से दो महिलाओं की मौत, 23 में डेंगू की पुष्टि
बुखार से दो महिलाओं की मौत, 23 में डेंगू की पुष्टि

जासं, मैनपुरी: डेढ़ महीने से जारी बुखार और डेंगू का कहर नहीं थम रहा है। अफसर बुखार से होने वाली मौतों को भी काबू में नहीं कर पा रहे हैं। चौबीस घंटे में दो महिलाओं ने बुखार से दम तोड़ दिया, वहीं 23 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं सैकड़ों की संख्या में लोग बीमार हैं।

बुखार के कहर को काबू कर पाने में शासन द्वारा भेजे गए अफसर भी सफल नहीं हुए हैं। स्थिति दिनों-दिन बिगड़ती ही जा रही हैं। गुरुवार को जिले में दो महिलाओं की और मौत हो गई। कुरावली थाना क्षेत्र के गांव बसंतपुर निवासी विद्या देवी (43) पत्नी अमर सिंह शाक्य और कस्बा ज्योती खुड़िया निवासी अलका (28) पत्नी संजीव शाक्य चार दिन से बुखार से पीड़ित थीं। स्वजन निजी चिकित्सकों से उपचार दिला रहे थे। गुरुवार को उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।

वहीं अलग-अलग स्थानों से बुखार पीड़ितों की कराई गई जांच के आधार पर 23 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। सैकड़ों की संख्या में लोग बुखार की चपेट में हैं। कई का उपचार आगरा, फीरोजाबाद, शिकोहाबाद, फर्रूखाबाद, मथुरा और कानपुर के प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है। जिला अस्पताल में भी डेंगू और बुखार के मरीजों की संख्या से सभी बिस्तर पूरी तरह से फुल हो गए हैं। शासन की टीम भी खडे़ कर गई हाथ

बुखार के प्रकोप को देखते हुए लखनऊ से शासन से दो विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी थी। चार दिनों तक जिले में स्थितियों का जायजा लेने के बाद टीम वापस लौट गई। मंडलायुक्त आगरा, अपर स्वास्थ्य निदेशक, संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक के अलावा लखनऊ और आगरा से कई अन्य अधिकारी भी मैनपुरी का दौरा कर चुके हैं। बावजूद इसके बुखार से बिगड़े हालात सुधर नहीं रहे हैं। लगभग हर दिन बुखार से किसी न किसी की मौत हो रही है। ये कराए गए हैं प्रबंध

डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के निर्देश पर जिला अस्पताल में एल-2 आइसोलेशन अस्पताल से अतिरिक्त बिस्तरों को निकलवाकर अस्पताल में बिछवाया गया है। कार्डियोलाजी विभाग को डेंगू वार्ड में तब्दील कर दिया गया है। इनडोर की दूसरी मंजिल के वार्डों में भी बिस्तर बढ़ाए गए हैं। नेत्र रोग विभाग, जीरियाटिक वार्ड और बर्न वार्ड में भी बुखार के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।

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