मासूम समेत तीन की बुखार से मौत
बुखार का जानलेवा कहर रुक नहीं रहा है। मासूम समेत तीन लोगों की उपचार के दौरान अलग-अलग स्थानों पर मौत हो गई। सैकड़ों की संख्या में लोग बुखार की चपेट में हैं। ज्यादातर प्राइवेट अस्पतालों में अपना महंगा उपचार कराने को मजबूर हैं।
जासं, मैनपुरी : बुखार का जानलेवा कहर रुक नहीं रहा है। मासूम समेत तीन लोगों की उपचार के दौरान अलग-अलग स्थानों पर मौत हो गई। सैकड़ों की संख्या में लोग बुखार की चपेट में हैं। ज्यादातर प्राइवेट अस्पतालों में अपना महंगा उपचार कराने को मजबूर हैं।
बेवर निवासी शिल्पी की पांच दिन की बेटी को बुखार आ रहा था। स्वजन मासूम को लेकर इमरजेंसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। औंछा थाना क्षेत्र के गांव नगला भमी निवासी ईशु (20) पुत्र राजेंद्र सिंह सप्ताह भर से बुखार से बीमार चल रहे थे। स्वजन द्वारा उन्हें सैफई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई। कस्बा ज्योंती खुड़िया के बिलासपुर निवासी अजय कुमार (40) भी बुखार से बीमार चल रहे थे। स्वजन द्वारा उन्हें शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार को उन्होंने भी दम तोड़ दिया। सैकड़ों की संख्या में लोग अभी भी शहर और ग्रामीण इलाकों में बुखार की चपेट में हैं।
सीएचसी और पीएचसी पर उपचार न मिलने की वजह से मरीज प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम में महंगा उपचार कराने के लिए मजबूर हैं। अभी भी फागिग को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हुए हैं। डेंगू के नाम पर कुछ झोलाछाप और पैथोलाजी बेवजह का भय फैला रही हैं। यह एक सामान्य बुखार ही है। झोलाछाप के पास न जाकर जिला अस्पताल में पहुंचें और जांच कराएं। अब तक कई मरीजों को अस्पताल में उपचार देकर ठीक किया जा चुका है।
डा. पीपी सिंह, सीएमओ