इस बार आंगनबाड़ी में मिलेगा दलिया

जिले में संचालित 1788 आंगनबाड़ी के पंजीकृत बच्चों और धात्री महिलाओं को राशन से अब तक गेहूं और चावल उपलब्ध होता था लेकिन इस बार इसमें बदलाव किया गया है। अब ऐसे पात्रों को चावल तो राशन से उपलब्ध होगा जबकि गेहूं के बजाय दलिया समूहों के जरिये उपलब्ध कराया जाएगा। समूहों से तेल और दाल आदि भी मिल रहा है। इसका लाभ 142131 लाभार्थियों को मिलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:01 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:01 AM (IST)
इस बार आंगनबाड़ी में मिलेगा दलिया
इस बार आंगनबाड़ी में मिलेगा दलिया

जासं, मैनपुरी: जिले में संचालित 1,788 आंगनबाड़ी के पंजीकृत बच्चों और धात्री महिलाओं को राशन से अब तक गेहूं और चावल उपलब्ध होता था, लेकिन इस बार इसमें बदलाव किया गया है। अब, ऐसे पात्रों को चावल तो राशन से उपलब्ध होगा, जबकि गेहूं के बजाय दलिया समूहों के जरिये उपलब्ध कराया जाएगा। समूहों से तेल और दाल आदि भी मिल रहा है। इसका लाभ 1,42,131 लाभार्थियों को मिलेगा।

कुपोषण के खात्मे के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत कुपोषित बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं के अलावा स्कूल से बैठने वाली किशोरियों को हर माह पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है। जिले में अब तक ऐसे लाभार्थियों को चावल व गेहूं तो राशन से और चना दाल व तेल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका समूहों के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। अब, इस महीने से ऐसे पात्रों को गेहूं के बजाय दलिया दिया जा रहा है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शाक्य ने बताया कि अब ऐसे पात्रों को दलिया देने का काम हो रहा है। छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को एक किलो दलिया, एक किलो चावल और एक किलो चना दाल, 455 ग्राम खाद्य तेल दिया जाएगा। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, स्कूल से बाहर वाली किशोरियों को डेढ़ किलो दलिया, एक किलो चावल, चना दाल एक किलो के साथ ही 455 ग्राम खाद्य तेल उपलब्ध कराया जा रहा है। जबकि, छह माह से छह साल के अति कुपोषित बच्चों को डेढ़ किलो दलिया, डेढ़ किलो चावल, दो किलो दाल और 455 ग्राम खाद्य तेल बांटा जार जा रहा है।

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