ट्रांसफारमर खुद बताएंगे कितनी हो रही चोरी
बिजली चोरी रोकने के लिए अपनाए गए सभी हथकंडे लगभग फेल हो रहे हैं। अब विभाग तकनीक का सहारा लेने की तैयारी कर रहा है। सभी ट्रांसफारमरों पर कालोनी में स्वीकृत लोड के आधार पर मीटर लगाए जाएंगे। अगर ट्रांसफारमरों के मीटर की रीडिग स्वीकृत लोड से ज्यादा मिलती है तो उस कालोनी को चोरी के दायरे में रखकर छापेमार कार्रवाई कराई जाएगी।
जासं, मैनपुरी : बिजली चोरी रोकने के लिए अपनाए गए सभी हथकंडे लगभग फेल हो रहे हैं। अब विभाग तकनीक का सहारा लेने की तैयारी कर रहा है। सभी ट्रांसफारमरों पर कालोनी में स्वीकृत लोड के आधार पर मीटर लगाए जाएंगे। अगर, ट्रांसफारमरों के मीटर की रीडिग स्वीकृत लोड से ज्यादा मिलती है तो उस कालोनी को चोरी के दायरे में रखकर छापेमार कार्रवाई कराई जाएगी।
बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए विभाग तकनीक की मदद लेने की तैयारी में है। अधीक्षण अभियंता अतुल अग्रवाल का कहना है कि कालोनियों के स्वीकृत लोड के अनुसार ही आपूर्ति के लिए ट्रांसफारमर लगवाए जाते हैं। इनकी क्षमता इतनी रखी जाती है कि ये पूरी कालोनी का लोड आसानी से संभाल सकें, लेकिन कालोनी में ज्यादातर अनाधिकृत कनेक्शन की वजह से लोड बढ़ जाता है। कालोनियों के ऐसे बिजली चोरों को पकड़ने के लिए अब मीटरों का सहारा लिया जाएगा। सभी ट्रांसफारमरों पर कालोनी के स्वीकृत लोड के अनुसार मीटर लगाए जाएंगे। यदि कालोनी के स्वीकृत लोड से मीटर में लोड ज्यादा दिखाया जाएगा तो यह माना जाएगा कि संबंधित कालोनी में बिजली चोरी हो रही है। ऐसी कालोनियों में विभागीय टीमों की मदद से छापेमारी कराई जाएगी। आइपीडीएस टाउन में शुरू हुई टैगिग
जिले में आइडीपीएस (इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम) टाउन भोगांव, किशनी, बेवर, कुसमरा, कुरावली, करहल, घिरोर, ज्योंती खुड़िया और मैनपुरी शहर में ट्रांसफारमरों के अनुसार टैगिग कराई जा रही है। इन सभी कस्बों में स्थापित ट्रांसफारमरों में एक मीटर और एक माडम लगवाया जाएगा।