भोजन की थाली पर भी महंगाई की मार
चावल और दाल से लेकर सब्जियों के भी दाम बढ़ गए हैं। गृहणियां की रसोई गैस से झुलस रही है।
जासं, मैनपुरी: महंगाई की मार हर तरफ से जनता पर पड़ रही है। डीजल और पेट्रोल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी का असर भाड़े पर भी पड़ा है। खानपान की वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी हो गई है। दाल, चावल, हल्दी, धनिया, लाल मिर्च, साबूदाना से लेकर ड्राई फ्रूट में किशमिश और काजू के दाम 15-20 दिनों में बढ़ गए हैं। सब्जियों के मूल्य में भी उछाल आया है। डीजल और पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का असर किराना की कीमतों पर भी पड़ा है। किराना के थोक व्यापारी भगवान दयाल ने बताया कि भाड़े की वजह से दस फीसद तक किराना सामान के दाम बढ़ गए हैं। मैनपुरी में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से साबूदाना, नारियल, मिर्च आदि आती हैं। इसके दाम बढ़ गए हैं। किराना के फुटकर व्यापारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि पिछले दस दिनों में अरहर की दाल और हल्दी में दस-दस रुपये, लाल मिर्च में 15 रुपये प्रति किलोग्राम तक का इजाफा हो गया है। कारोबारी दिनेश गुप्ता ने बताया कि डाई फ्रूट में किशमिश 30 रुपये और काजू के दाम 50 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं। सब्जियों में लहसुन, प्याज, गाजर समेत कुछ सब्जियों के मूल्य में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, आलू, टमाटर, करेला, कद्दू और गोभी के दाम गिरने से कुछ राहत भी मिली है।
-- फुटकर में ये आया अंतर (दाम प्रति किलो)
वस्तु, 10 दिन पूर्व, अब
-
अरहर दाल, 95, 110
हल्दी, 95, 120
साबूदाना, 100, 160
वनस्पति घी, 120, 125
रिफाइंड, 125, 134
सरसों तेल, 135, 140
लाल मिर्च, 140, 155
- थोक के भाव में ये आया अंतर
वस्तु, 20 दिन पूर्व, अब
धनिया, 75, 85
हल्दी, 75, 95
अरहर दाल, 90, 103
चना दाल, 52, 58
मलका मसूर, 63, 66
मूंग धुली, 90, 94
मूंग छिलका, 82, 86
रामभोग चावल, 30, 32
बासमती चावल 55, 60
बासमती स्पेशल, 85, 90
रिफाइंड तेल, 120, 130
सरसों तेल, 130, 140
किशमिश, 220-250
काजू, 550, 600
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सब्जी के ये हैं दाम
सब्जी, 15 दिन पूर्व, अब
मटर, 15, 20
गाजर, 10, 15
प्याज, 35, 40
मिर्च, 15, 20
बैगन, 25, 30
नीबू, 40, 60
मशरूम 15, 25
लहसुन 75, 120
-- ये बोलीं गृहणियां
खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होने से किचन का बजट गड़बड़ा गया है। इसमें कमी आनी चाहिए।
-दीपिका गुप्ता । पेट्रोल-डीजलों की बढ़ी कीमतों का असर रोज उपयोग होने वाली वस्तुओं पर पड़ रहा है। महंगाई अब परेशान करने लगी है।
-आभा अग्रवाल। दाल-चावल रोज खाए जाते हैं। अब इन्हीं के दाम आसमान छूने लगेंगे तो लोग खाएंगे क्या? इनके दामों में कमी आनी चाहिए।
-सरला पांडेय। खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतें अब परेशान कर रही हैं। खाने की थाली महंगी होने पर सामान खरीदने से पहले सोचना पड़ रहा है।
-मेधा दुबे।