नमूनों की जांच में नहीं मिले बर्ड फ्लू के लक्षण

पशुपालन विभाग ने बीते सप्ताह जिले से एकत्र किए थे 40 नमूने आइवीआरआइ से मिली रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने ली राहत की सांस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 06:43 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 06:43 AM (IST)
नमूनों की जांच में नहीं मिले बर्ड फ्लू के लक्षण
नमूनों की जांच में नहीं मिले बर्ड फ्लू के लक्षण

जासं, मैनपुरी: गुरुवार का दिन जिले के लिए राहत की खबर लेकर आया। बर्ड फ्लू की आशंका के मद्देनजर बीते सप्ताह लिए गए पशु-पक्षियों के 40 नमूनों की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से जुड़ा कोई लक्षण नहीं मिला है। रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के बाद पशुपालन विभाग ने जिले भर से 40 पशुओं और पक्षियों के नमूने जुटाए थे। औछा, गढि़या और पतारा से घोड़ी और खच्चर के, बेवर और भोगांव से पक्षियों के नमूने लिए गए थे। सीवीओ डा. पीके शर्मा के अनुसार, ये नमूने जांच के लिए मंडलीय प्रयोगशाला आगरा भेजे गए, जहां से भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान बरेली भेजा गया। अब संस्थान की रिपोर्ट मिली, जिसमें किसी भी नमूने में कोई पाजीटिव नहीं मिला है। जिले में नहीं मिला कोई केस

सीवीओ के अनुसार, बर्ड फ्लू की आशंका के बाद सजग टीमों को अब तक जिले में कोई ऐसा केस नहीं मिला है, जिसमें बर्ड फ्लू के लक्षण मिले हों। पोल्ट्री उत्पाद लाने पर लगी पाबंदी खत्म

जिले में दूसरे राज्यों से पोल्ट्री उत्पाद भारी मात्रा में लाए जाते हैं। उत्तर प्रदेश से सटे दूसरे राज्यों में पक्षियों की संदिग्ध मौत के बाद 11 जनवरी को प्रमुख सचिव भुवनेश कुमार के आदेश के बाद इनको उप्र में लाने पर पाबंदी लगा दी गई थी। निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। अब यह पाबंदी खत्म कर दी गई है।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.पीके शर्मा ने बताया कि शासन स्तर पर परीक्षण के दौरान यह बात सामने आई है कि जंगली पक्षियों की बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा का एक रूप है। इससे मानव में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। इसको देखते हुए सरकार ने पाबंदी खत्म करने का फैसला लिया है। यह विषाणु 70 डिग्री सेंटीग्रेड पर तीन सेकंड में नष्ट हो जाता है। पशु चिकित्साधिकारी ने किया अंडे और मीट की दुकानों का निरीक्षण

संसू, कुसमरा: बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर सतर्क पशु विभाग के चिकित्सक लगातार मीट और अंडों की दुकानों की निगरानी कर रहे हैं। टीम ने नगर में संचालित मीट की दुकानों का निरीक्षण किया और विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।

इस दौरान पशु चिकित्साधिकारी डा. राघवेंद्र सिंह ने संचालकों को हिदायत दी है कि दुकानों के आसपास तीन से चार फीट की दूरी मीट रखें। साफ सफाई रखने के साथ सैनिटाइज और दवाओं का छिड़काव लगातार करते रहें। किसी भी बीमार पशु-पक्षी के मीट की बिक्री न की जाए। अंडा और चिकन उच्चतम तापमान पर ही पकाएं।

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