फरवरी में सर्विलांस, जुलाई में फिर भरे गए नमूने

खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जिले के तीन कारोबारियों के यहां से पूर्व में गुप्त तरीके से नमूने भरे गए थे। जांच में फेल होने की पुष्टि बताकर अब नमूने भरे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 04:15 AM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 04:15 AM (IST)
फरवरी में सर्विलांस, जुलाई में फिर भरे गए नमूने
फरवरी में सर्विलांस, जुलाई में फिर भरे गए नमूने

जासं, मैनपुरी: खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जिले के तीन कारोबारियों के यहां पांच महीने पहले सर्विलांस की कार्रवाई की थी। इस दौरान गुप्त तरीके से एकत्र नमूने जांच में फेल आए तो जुलाई में संबंधित कारोबारियों के यहां से फिर से नमूने लिए गए।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा खाद्य वस्तुओं के नमूने दो पद्धति से एकत्र किये जाते है। नमूना लेने की कार्रवाई एक खुले में की जाती है तो दूसरी में सर्विलांस की मदद से गुप्त नमूने भरे जाते हैं। सर्विलांस के दौरान भरे गए नमूनों के जांच में फेल आने के बाद विभाग इन कारोबारियों के यहां खुले में नमूने एकत्र करके जांच को भेजता है। विभाग का दावा है कि दोबारा लिए जाने वाले नमूने भी जांच में फेल ही होते हैं।

अभिहीत अधिकारी डा. टीआर रावत ने बताया कि विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बेवर, कुरावली और ज्योती कस्बा में फरवरी माह के दौरान सर्विलांस की कार्रवाई की थी। इस दौरान तीनों ही कस्बों के कारोबारियों के यहां से खाद्य वस्तुओं के नमूने भरे गए थे। जांच के दौरान यह नमूने फेल आए हैं। इसके बाद टीम ने इन्हीं कारोबारियों के यहां से इस माह नमूने भरकर जांच को भेजे हैं। अब रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। यहां से लिए गए नमूने

अभिहीत अधिकारी डा. टीआर रावत के अनुसार, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बेवर के अनुपम गुप्ता के यहां से घी, कुरावली से मोगा जी आटा और ज्योती से ब्रांड सरसों के तेल का नमूना भरा है। इनको जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है।

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