हिरौली में बीमारी का खतरा, ग्रामीणों में आकोश
कुसमरा संसू। गांवों की सूरत बदलने के लिए सरकार खजाने का मुंह खोल रही है लेकिन गांवों में समस्याएं कम नही हो पा रही हैं। मनरेगा और दूसरे बजट गांवों में खपाए जा रहे हैं लेकिन विकास नजर नहीं आ रहा है।
संसू, कुसमरा: गांवों की सूरत बदलने के लिए सरकार खजाने का मुंह खोल रही है, लेकिन गांवों में समस्याएं कम नही हो पा रही हैं। मनरेगा और दूसरे बजट गांवों में खपाए जा रहे हैं, लेकिन विकास नजर नहीं आ रहा है।
ग्राम पंचायत हिरौली के विकास को आया मनरेगा का बजट समाप्त हो गया, लेकिन गांव की सूरत नही बदल सकी। गांव की साफ-सफाई तो कागजों में हो रही है, जिससे गांव की सड़कों पर पानी भर जाता है। अब बारिश के बाद गालियों में गंदगी का अंबार लग गया। स्थानीय निवासी प्रेमवती ने बताया कि गांव की सड़कों पर जलभराव हो गया है। जलभराव- गंदगी से बीमारी के प्रकोप का खतरा बना हुआ है। गंदगी को लेकर कोई सफाई व्यवस्था नही है।
अभी दो दिन पहले गांव मे सीओ ने ग्रामीणों की समस्या को लेकर ग्राम प्रघान को निर्देशित किया था, जिसके बाद अभी तक समस्या सही नही हुई। बारिश के बाद गांव की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई है गांव में मुख्य मार्ग से लेकर गांव की गलियों में पानी भरा हुआ है। महीनों से कोई सफाईकर्मी नही आया। कब्जा होने के चलते पानी तालाब में जा नही रहा। ग्राम प्रधान और प्रतिनिधि प्रमोद शाक्य ग्रामीणों की समस्या सुनने का समय भी नही निकाल पाते। कई बार प्रधान को गंदगी के बारे में बताया, लेकिन वह ध्यान नही देते। नालियों से उठती सड़ांध से लोग बीमार हो रहे हैं। अभी तक गांव में दवा का छिड़काव नही किया गया। ग्रामीण हरी सिंह, ओमकार, सुरेन्द्र, वेदपाल, अशोक, सतीश, शिवपाल आदि ने बीडीओ किशनी से गांव की साफ सफाई को लेकर शिकायत की है। बीडीओ रुकमिणी का कहना है कि मामला संज्ञान में नही है। टीम को भेजकर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।