संक्रामक बीमारियों की मददगार बन रही गंदगी

दृश्य एक शहर में भांवत चौराहा के पास राधा रमन रोड पर मुख्य सड़क किनारे कूडे़ का

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 03:50 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 03:50 AM (IST)
संक्रामक बीमारियों की मददगार बन रही गंदगी
संक्रामक बीमारियों की मददगार बन रही गंदगी

दृश्य एक :

शहर में भांवत चौराहा के पास राधा रमन रोड पर मुख्य सड़क किनारे कूडे़ का ढेर लगा रहता है। नजदीक ही नाला की गंदगी भी पड़ी रहती है। थोड़ी दूरी पर एक अस्पताल भी बना हुआ है। दिनभर यहां मरीजों की भीड़ रहती है। गंदगी की वजह से राहगीरों और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। दृश्य दो :

पावर हाउस रोड पर अधिशासी अभियंता विद्युत के कार्यालय के ठीक सामने सड़क पर सफाईकर्मियों द्वारा गंदगी फेंकी जाती है। पास में ही परिषदीय स्कूल भी बना हुआ है। गंदगी के कारण बच्चों में भी बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। सफाईकर्मियों द्वारा यहां किसी प्रकार की राहत नहीं दी जा रही है। जासं, मैनपुरी: संक्रामक रोग कहर ढा रहे हैं। आधा सैकड़ा से ज्यादा की मौत हो चुकी है, जबकि डेढ़ सैकड़ा से ज्यादा लोग डेंगू जैसे लक्षणों से जूझ रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में लोग गैर जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में उपचार कराने को मजबूर हैं। प्रशासन से लेकर शासन तक की नींद उड़ी हुई है। गंदगी से बीमारियों के फैलने की बात भी कही जा रही है, लेकिन निस्तारण की पहल ठप पड़ी है। शहर के हालात बेहद खराब हैं। नगर पालिका के सफाई निरीक्षकों द्वारा अब तक बीमारियों की रोकथाम के लिए कोई पहल नहीं की गई है। शिकायतों के बावजूद जिम्मेदारों द्वारा सुनवाई नहीं की जा रही है। शहर के ये रास्ते बने डलावघर

शहर में क्रिश्चियन तिराहा, स्टेशन रोड पर पर पांच स्थानों पर, भांवत चौराहा से ईशन नदी के बीच छह स्थानों पर, ईशन नदी तिराहा से क्रिश्चियन तिराहा तक दर्जन भर प्वाइंटों पर कचरा डंप किया जा रहा है। इनके अलावा बाजारों में और कालोनियों में भी स्थिति बदतर है। यह कहते हैं चिकित्सक

सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि बहुत हद तक बीमारियों की वजह गंदगी है। सार्वजनिक स्थानों पर लगे गंदगी के ढेर पर कूडे़ के सड़ने से बैक्टीरिया पनपते हैं। जो किसी न किसी माध्यम से इंसानी शरीर में पहुंचकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। नगर पालिका और नगर पंचायतों के जिम्मेदारों से लगातार अपील की जा रही है कि वे स्वच्छता के लिए प्रयास करें। शहर में नहीं हुई फागिग

डेंगू और बुखार के कहर से लोगों की जान जा रही है, लेकिन पालिका प्रशासन की नींद नहीं टूटी है। सफाई निरीक्षकों द्वारा अभी तक शहर में फागिग नहीं कराई गई है। सफाई निरीक्षक शिशुपाल सिंह का कहना है कि फागिग के लिए उनके पास डीजल का बजट नहीं है। छोटी पंपों की मदद से नालियों में दवा का छिड़काव करा रहे हैं। मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए फागिग कराई जाएगी। जिम्मेदारों से लगातार कहा जा रहा है कि वे हर एक कालोनी में फागिग और दवा का छिड़काव कराएं। सार्वजनिक रास्तों से गंदगी के ढेर हटवाए जाएं। यदि अब लापरवाही मिलती है तो फिर नियमानुसार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।

-मनोरमा, पालिकाध्यक्ष।

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