सुरक्षा टीम स्वच्छता से महरूम

खाकी वर्दी चौबीस घंटे लोगों की सुरक्षा में फिक्रमंद रहती है लेकिन गंदगी से उनकी सुरक्षा का जिम्मा निभाने में गंभीरता नहीं दिखती। थानों और चौकियों की सफाई में लापरवाही हो रही है। पुलिसकर्मियों के आवासों के आसपास गंदगी ही गंदगी बिखरी रहती है। स्वजन विरोध तो करते हैं लेकिन कोई निस्तारण की पहल नहीं हो सकी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:15 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:15 AM (IST)
सुरक्षा टीम स्वच्छता से महरूम
सुरक्षा टीम स्वच्छता से महरूम

जासं, मैनपुरी: खाकी वर्दी चौबीस घंटे लोगों की सुरक्षा में फिक्रमंद रहती है, लेकिन गंदगी से उनकी सुरक्षा का जिम्मा निभाने में गंभीरता नहीं दिखती। थानों और चौकियों की सफाई में लापरवाही हो रही है। पुलिसकर्मियों के आवासों के आसपास गंदगी ही गंदगी बिखरी रहती है। स्वजन विरोध तो करते हैं, लेकिन कोई निस्तारण की पहल नहीं हो सकी।

शहर में कोतवाली परिसर का हाल देखिए। परिसर में ही पुलिसकर्मियों के आवास बने हैं। कई तो परिवार के साथ रहते हैं। पुलिसकर्मी ज्यादातर समय ड्यूटी पर ही बिताते हैं। ऐसे में उनकी पीड़ा बयां करने वाला कोई नहीं बचता। आवासों के आसपास गंदगी ही गंदगी पड़ी है। कोतवाली के नजदीक से होकर गुजरने वाली गली में नाली में कीचड़ और अपशिष्ट का ढेर लगा हुआ है। कुछ ऐसा ही हाल चौकियों और थानों के आसपास के क्षेत्रों का भी है। गंदगी की वजह से दिन ढलते ही मच्छरों का हमला शुरू हो जाता है। कई पुलिसकर्मियों के स्वजन बीमार हैं। खुद पुलिसकर्मी भी बुखार की चपेट में हैं। बावजूद इसके अभी तक शहर में पालिका प्रशासन द्वारा न तो झाड़ियों का कटान शुरू कराया है और न ही फागिग कराई है। कोतवाली के बाहर नाला बढ़ा रहा परेशानी

कोतवाली के बाहर बने नाला की सफाई कराई ही नहीं जाती है। पानी भरे होने के कारण इसमें गिरने वाली गंदगी सड़ती रहती है। ज्यादातर मच्छर दिनभर इसी गंदे पानी में बैठते हैं और दिन ढलते ही परेशानी बढ़ाने लगते हैं। कोतवाली के पीछे की स्थिति भी ऐसी ही है। आगरा रोड, करहल रोड, नवीन मंडी, देवी रोड, भांवत चौराहा हर जगह की चौकियों के आसपास गंदगी ही गंदगी रहती है। नालों की तो सफाई कर्मियों द्वारा कभी भी सफाई नहीं की जाती। यदि हो भी जाए तो सिल्ट का समय पर उठान नहीं किया जाता, जिससे वही गंदगी दोबारा नालों में गिर जाती है। इनसे सीखें

चाहे कालेज में विद्यार्थियों के साथ रहे हों या फिर समाज में सामाजिक लोगों के बीच। शिक्षाविद डा. शिवजी श्रीवास्तव स्वच्छता के लिए सदैव ही लोगों को प्रेरित करते रहे हैं। अपने आसपास के स्थान की सफाई करने के साथ वे लोगों से भी अपील करते हैं कि यदि गंदगी हम फैलाएंगे तो इसकी समय पर सफाई के लिए कोई कर्मचारी नहीं आएगा। बेहतर है कि हम ही अपनी जवाबदेही उठाएं। कई सामाजिक कार्यक्रमों में भी वे सार्वजनिक तौर पर स्वच्छता की मुहिम को आगे बढ़ाने की अपील करते रहते हैं। सावधान

यह हम पर निर्भर करता है कि हम स्वस्थ रहें या बीमार। असल में हम सभी अपने घरों की सफाई तो कर लेते हैं, लेकिन गंदगी को सड़क पर या सार्वजनिक स्थानों पर फेंक आते हैं। हमारी यही आदत बैक्टीरिया और वायरस के लिए एक बेहतर माहौल पैदा करती है। गंदगी में तमाम प्रकार के बैक्टीरिया पैदा होते हैं तो किसी न किसी माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचकर हमें बीमार कर देते हैं। यदि शरीर की इम्युनिटी कमजोर है तो यही लक्षण गंभीर बीमारियों में परिवर्तित हो जाते हैं। अनदेखी करने पर बीमारी बढ़ती है जो कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है। टायफाइड, डायरिया ये गंदगी की वजह से ही फैलती हैं। जरूरी है कि सफाई को अपनाते हुए दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

डा. पपेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक अपील

हम सभी को सफाईकर्मियों से सीखने की जरूरत है। जिनका हमसे कोई रिश्ता नहीं होता वे हर तरह की गंदगी उठाते हैं। सिर्फ इसलिए हम सभी स्वस्थ रहें, लेकिन हम गंदगी फैलाते हैं। हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए गंदगी के निस्तारण को स्वत: ही पहल करनी चाहिए।

सौरभ दुबे, एड.। नगर पालिका को भी अपनी जवाबदेही समझते हुए कार्य का निर्धारण कर सफाई व्यवस्था को देखना चाहिए। पूरे शहर में कोई नियम ही नहीं है। मनमाने ढंग से सड़कों पर गंदगी फेंकी जा रही है। दोपहर तक उस कचरे का उठान नहीं होता है। व्यापार भी प्रभावित होने लगा है।

पल्लव जैन, कारोबारी। यदि पालिका प्रशासन सहयोग चाहेगा तो हम सभी व्यापारी सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन यह गारंटी भी तो मिले कि दुकानें खुलने से पहले ही कचरे का उठान हो जाएगा। यह व्यवस्था आज तक तक नहीं हो सकी है। व्यापारियों को असुविधा से जूझना पड़ता है।

पराग गुप्ता, कारोबारी। प्रशासन को सख्त रुख अपनाने की जरूरत है। कार्यदायी संस्था काम कर रही है या नहीं, इसकी मानीटरिग कराई जानी चाहिए। व्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोगों पर लापरवाही बरतने के तहत कार्रवाई और जुर्माना भी लगाया जाना चाहिए। यदि सामान्य व्यक्ति के लिए नियम है तो उसी नियम से पालिका भी बंधी हुई है।

आशीष सक्सेना, एड.।

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