3589 बिजली उपभोक्ता पर 128 करोड़ रुपये बकाया
शासन की ओटीएस योजना भी न काम आई। उपभोक्ता बिजली का प्रयोग कर भी भुगतान नहीं कर रहे हैं।
जासं, मैनपुरी : बिजली बिल में राहत देते हुए शासन ने ओटीएस योजना चलाई, लेकिन बकाएदार उसका भी लाभ न ले सके। जिले में 3589 उपभोक्ताओं पर ही 128 करोड़ रुपये का बकाया है। अब अनलाक में विभाग इन बकाएदारों से वसूली की योजना बना रहा है। फिलहाल सभी को वाट्सएप पर मैसेज भेजकर भुगतान के लिए कहा जा रहा है।
बिजली बिल के भुगतान को लेकर उपभोक्ता पूरी तरह से लापरवाह हैं। बार-बार चेतावनी और नोटिस देने के बावजूद भुगतान नहीं कर रहे हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान विभाग ने भी बकाएदारों पर कोई जोर नहीं डाला, लेकिन अब अनलाक की तैयारी के साथ विभाग भी वसूली के मूड में नजर आ रहा है।
अधीक्षण अभियंता अतुल अग्रवाल ने बताया कि जिले में 3589 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर एक लाख रुपये से ज्यादा की 128 करोड़ रुपये की बकाएदारी है। अनलाक के साथ अब सबसे पहले बडे़ बकाएदारों पर ही जोर होगा। सभी संबंधित अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। एसएसओ के माध्यम से भी लगातार बकाएदारों को फोन कर उन्हें भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन उपभोक्ताओं द्वारा अनदेखी की जा रही है। शासन के निर्देश के अनुसार ही कार्रवाई भी कराई जाएगी। ये बकाएदार घरेलू, वाणिज्यिक और नलकूप तीनों के ही हैं। यदि समय पर भुगतान नहीं किया जाता है तो ऐसे सभी बकाएदारों के घरों की बिजली काट दी जाएगी।
ये है स्थिति
- एक लाख रुपये से ज्यादा के 1805 नलकूप उपभोक्ताओं पर 94 करोड़ रुपया बकाया है। इसमें डिवीजन-2 में 734 उपभोक्ताओं पर 22 करोड़ और डिवीजन-3 में 1071 उपभोक्ताओं पर 72 करोड़ रुपये की बकाएदारी है। - एक लाख रुपये से ज्यादा के 1784 घरेलू व वाणिज्यिक उपभोक्ता हैं जिन पर 34 करोड़ रुपया बकाया है। डिवीजन-1 में 50 उपभोक्ताओं पर एक करोड़, डिवीजन-2 में 942 उपभोक्ताओं पर 19 करोड़ और डिवीजन-3 में 792 उपभोक्ताओं पर 14 करोड़ रुपये की बकाएदारी है।