सक्रिय हुए जहरखुरान, सावधान रहें यात्री
रोडवेज बसों में बढ़ने लगी जहरखुरानी की वारदातें एक पखवाड़ा में आधा दर्जन से अधिक हुए शिकार
जासं, मैनपुरी : रोडवेज बसों में जहरखुरान गिरोह की सक्रियता बढ़ गई है। आएदिन जहरखुरानी की घटनाएं सामने आ रही हैं। पिछले एक पखवाड़े में जहरखुरानी की आधा दर्जन घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
त्योहार से पहले बाहरी जिलों में काम कर रहे लोग अपने घरों का रुख करने लगते हैं। बसों और ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगती है। इसी का फायदा उठाकर जहरखुरान गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। यात्रियों को अपना शिकार बनाने लगते है। होली का त्योहार आने वाला है। इसलिए बाहरी जिलों में काम कर रहे लोग त्योहार मनाने के लिए अपने घर आने लगे है। इसी के चलते जहरखुरानी की घटनाओं में तेजी आ गई है। पिछले एक पखवाड़ा के अंदर अर्जुन निवासी सैदपुर बघौली थाना बिछवां, सुधीर राठौर निवासी खरसुलिया नया गांव एटा, राघव निवासी मिश्राना छिबरामऊ, अजय निवासी मोहम्मदाबाद फर्रुखाबाद, अतुल सवायजपुर हरदोई, हरिओम विशुनगढ़ कनौज, रवीश कुमार निवासी अमेठी जहरखुरानी का शिकार हो चुके हैं। ये सभी जिले में अलग-अलग स्थानों पर अचेत हालत में पड़े मिले। जिनका उपचार कराया गया। चालक-परिचालक दिखाते हैं संवेदनहीनता
कई बार देखा जाता है कि जहरखुरानी के शिकार यात्री को चालक-परिचालक अपनी बस से कहीं भी उतार कर चले जाते हैं। ऐसे में जहरखुरानी के शिकार व्यक्ति को समय से इलाज नहीं मिल पाता। जिससे उसकी जान जाने का खतरा बन जाता है। जान जाने का भी रहता है खतरा
जिला अस्पताल के चिकित्सक गौरव पारीख बताते हैं कि कभी-कभी जहरखुरानों द्वारा यात्रियों के साथ घातक नशीले पदार्थ का प्रयोग किया जाता है। जिससे उनकी हालत बिगड़ जाती है। कुछ मामलों में तो तीन दिन तक पीड़ित को होश नहीं आता है। कभी-कभी उनकी जान भी चली जाती है।
- यात्रा के समय बरतें सावधानी
बसों और ट्रेनों में यात्रा करते समय काफी सावधानी की जरूरत होती है। जहरखुरानों से बचने के लिए अजनवी यात्री के साथ बातचीत न करें। बिना जान पहचान का दिया हुआ खाद्य पदार्थ न खाएं। अधिक सामान और नकदी लेकर यात्रा न करें।