पुनर्मतणना में देर रात चलती रही कश्मकश
जिला पंचायत के वार्ड 28 की पुनर्मतगणना मंगलवार शाम को शुरू हुई। अधिकारिय
जासं, मैनपुरी: जिला पंचायत के वार्ड 28 की पुनर्मतगणना मंगलवार शाम को शुरू हुई। अधिकारियों की निगरानी में देर रात तक जारी मतगणना में सपा प्रत्याशी और निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य के बीच नजदीकी मुकाबला चल रहा था। प्रशासन द्वारा मतगणना प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जा रही है।
जिला पंचायत के वार्ड संख्या 28 के परिणाम को लेकर सोमवार सुबह से ही हार-जीत की चर्चाएं चल रही थीं। दोपहर बाद सपा विधायक राजकुमार यादव की पत्नी वंदना यादव की हार और निर्दलीय प्रत्याशी जर्मन यादव की जीत की बात कही गई। जर्मन यादव भी प्रमाण पत्र लेने कलक्ट्रेट पहुंच गए थे। अधिकारी देर रात तक थोड़ी देर में परिणाम और प्रमाण पत्र जारी करने की बात कहते रहे। वार्ड 28 से जीत का दावा करने वाले निर्दलीय दावेदार जर्मन यादव ने बताया कि वह सोमवार दोपहर को प्रमाण पत्र लेने कलक्ट्रेट आए तो अफसरों ने चार्ट मिलान करने की बात कही। शाम को यही बात दोहराई गई। रात साढ़े दस बजे छह सौ अधिक मतों से जीतने और सुबह प्रमाण पत्र लेने के लिए कहा गया, इसके बाद वह लौट आए। सुबह प्रमाण पत्र लेने गए तो आरओ ने मना कर दिया।
वहीं सपा विधायक राजकुमार यादव का कहना था कि उनके प्रत्याशी की जीत हुई थी, दूसरे के जीतने की बात गलत तरीके से कही गई। मंगलवार को भाजपा नेताओं ने जर्मन यादव से अन्याय होने की बात कहकर डीएम से मुलाकात की। इसके बाद डीएम ने पुनर्मतणना के आदेश जारी किए। सीडीओ ईशा प्रिया की निगरानी में मतगणना मंगलवार शाम लगभग छह बजे शुरू कराई गई। रात आठ बजे तक तकरीबन छह दर्जन बूथों में से 22 बूथों की गणना पूरी हो चुकी थी। दोनों प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं के मुताबिक नजदीकी मुकाबला चल रहा था। वार्ड के परिणाम को लेकर सपा और भाजपा दोनों खेमों के लोग सक्रिय रहे। इस दौरान सीडीओ ईशा प्रिया, एडीएम बी. राम, एसडीएम सदर ऋषिराज आदि जिला स्तरीय अधिकारी डेरा डाले रहे। 10 टेबलों पर हुई मतों की गणना
वार्ड 28 की पुनर्मतणना को मैनपुरी ब्लाक में दस टेबल लगाई गईं हैं। एक टेबल पर एक सुपरवाइजर के अलावा तीन कार्मिक लगाए गए। एक चरण में 22 मतदेय स्थलों के मतों को गिनने का काम किया गया।
प्रेक्षक ने भी देखा मतगणना कार्य
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त किए गए मतगणना प्रेक्षक रजनीकांत मित्तल ने भी पुनर्मतणना को देखा। वह लगातार ब्लाक में आकर इस काम को देखते रहे। सुरक्षा का रहा कड़ा घेरा-
मतगणना स्थल पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे। पुलिसकर्मियों के अलावा पीएसी के जवान भी यहां तैनात किए गए।